China Fighter Jet: म्यांमार में चल रहे गृहयुद्ध के बीच चीन को बड़ा झटका लगा है। म्यांमार के विद्रोहियों ने चीन में बने जुंटा सेना के एक फाइटर जेट को मार गिराया है। भारत के पड़ोसियों को हथियार सप्लाई करने वाले चीन निर्मित FTC-2000G फाइटर जेट को मंगलवार को कायाह राज्य के हापसांग शहर में करेन्मीविद्रोही समूह ने मार गिराया। करेनी सेना KNDF ने इस फाइटर जेट का मलबा भी दुनिया को दिखाया है। इस चीनी फाइटर जेट का मलबा बागो इलाके में स्थित एक गांव में मिला है। बताया जा रहा है कि विद्रोही सेना जुंटा सेना की बटालियन 134 और 135 के मुख्यालय पर हमला कर रही थी। इसी दौरान उन्होंने इस फाइटर जेट को मार गिराया।
विद्रोहियों ने चीनी फाइटर को मार गिराया
म्यांमार सेना इस चीनी फाइटर जेट की मदद से अपने मुख्यालय को बचाने की कोशिश कर रही थी। इसी दौरान विद्रोहियों ने इसे मार गिराया। KNDF के डिप्टी कमांडर माउई ने इस फाइटर जेट को मार गिराने का वीडियो और फोटो शेयर किया है। करेनी सेना का शुक्रिया। म्यांमार सेना ने पुष्टि की है कि उसका एक लड़ाकू विमान राजधानी से 130 किलोमीटर दूर लापता हो गया है। उसने दावा किया कि तकनीकी खराबी या खराब मौसम के कारण ऐसा हुआ।
म्यांमार और चीन के बीच हुआ सौदा
म्यांमार सेना ने कहा है कि वह राहत और बचाव अभियान चला रही है। कमांडर माउई ने कहा कि जुंटा सेना सभी तरह के लड़ाकू विमानों की मदद से हम पर हमला कर रही है। यह उनमें से एक हो सकता है। सैन्य विशेषज्ञों का कहना है कि मंगलवार को म्यांमार के दो सैन्य एयरबेस से 4 लड़ाकू विमानों और एक परिवहन विमान ने उड़ान भरी। चीन निर्मित FTC-2000G लड़ाकू विमान की कीमत करीब 8.5 मिलियन डॉलर है। म्यांमार सेना ने चीन से ऐसे 6 लड़ाकू विमान खरीदे हैं।
⚠️ Chinese-Made Jet Downed in Myanmar!
A FTC-2000G fighter jet of the Myanmar Air Force was shot down in Kayah State. Wreckage found with bodies of two pilots. Another embarrassment for Chinese defence exports. pic.twitter.com/xG5fbWShcB
— Tar21Operator (@Tar21Operator) July 4, 2025
विद्रोहियों ने किया ये दावा
चीन ने साल 2022 में दो बैचों में म्यांमार को ये विमान सप्लाई किए थे। वीडियो में दिखाया गया है कि विद्रोहियों ने बटालियन 134 के मुख्यालय पर कब्जा कर लिया। इस दौरान म्यांमार सेना के कई सैनिकों और उनके परिवारों को भी गिरफ्तार किया गया है। सेना के बेस से कई हथियार और गोला-बारूद मिले हैं। हालांकि अभी तक विद्रोहियों ने आधिकारिक तौर पर इस बेस पर कब्जे का दावा नहीं किया है। इससे पहले 10 जून को सेना के खिलाफ लड़ रही पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ने चीन द्वारा बनाए गए एक और फाइटर जेट को मार गिराने का दावा किया था। वहीं सेना ने दावा किया था कि इंजन फेल होने की वजह से विमान गिरा था। 20 मई को काचिन इंडिपेंडेंस आर्मी ने भी दो हेलीकॉप्टर को मार गिराने का दावा किया था।