Liu Jianchao detention in China: चीन में इन दिनों गंभीर राजनीतिक हलचल मची हुई है, जब वरिष्ठ राजनयिक लियू जियानचाओ को जुलाई के अंत में बीजिंग लौटने के बाद हिरासत में ले लिया गया। लियू जियानचाओ, जो चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के उस विभाग के प्रमुख हैं जो विदेशों में राजनीतिक दलों के साथ संबंधों को देखता है, अब तक 160 से ज़्यादा देशों के अधिकारियों से मिल चुके हैं। इस घटना के बाद, चीन के राजनीतिक गलियारों में यह अटकलें तेज़ हो गई हैं कि लियू को विदेश मंत्री की ज़िम्मेदारी दी जा सकती है।
लियू जियानचाओ का राजनीतिक करियर और विदेश नीति में अहम भूमिका
लियू जियानचाओ का करियर काफ़ी सक्रिय रहा है। उन्होंने 2022 में चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के इस अहम विभाग का कार्यभार संभाला था। तब से अब तक वे 20 से ज़्यादा देशों का दौरा कर चुके हैं, जिससे विदेश नीति को लेकर उनकी सक्रियता साफ़ ज़ाहिर होती है। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन से उनकी मुलाक़ात ने भी उनके विदेश मंत्री बनने की अटकलों को हवा दी थी।
उन्हें सबसे उपयुक्त उम्मीदवार माना जा रहा था
लियू के करीबी दोस्तों और सहकर्मियों के अनुसार, वे चीन की विदेश नीति का एक अहम चेहरा बन गए थे और उन्हें विदेश मंत्री बनने के लिए एक आदर्श उम्मीदवार माना जा रहा था। लेकिन उनकी नज़रबंदी ने इस संभावना पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
लियू जियानचाओ की नज़रबंदी: राजनयिकों के लिए एक बड़ा संकेत
लियू जियानचाओ की नज़रबंदी को चीनी सरकार द्वारा की गई अब तक की सबसे उच्च स्तरीय राजनयिक जाँच के रूप में देखा जा रहा है। इस बीच, इस मामले में चीनी सरकार की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, जिससे मामला और भयावहता पैदा हो। यह घटना एक और विवाद के बाद सामने आई, जब राष्ट्रपति शी जिनपिंग के करीबी माने जाने वाले पूर्व विदेश मंत्री किन गैंग को 2023 में पद से हटा दिया गया।
लियू जियानचाओ: एक प्रतिभाशाली और विवादों से घिरे व्यक्ति
लियू जियानचाओ का जन्म चीन के उत्तरपूर्वी प्रांत जिलिन में हुआ था। उन्होंने बीजिंग विदेश अध्ययन विश्वविद्यालय से अंग्रेजी में स्नातक की उपाधि प्राप्त की और बाद में ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से अंतर्राष्ट्रीय संबंधों में उच्च शिक्षा प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने चीनी विदेश मंत्रालय में अनुवादक के रूप में अपना करियर शुरू किया। लियू का राजनीतिक जीवन विवादों और खूबियों के साथ आगे बढ़ा। चीन में, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता के रूप में वे अपनी मुखर और कभी-कभी विनोदी शैली के लिए प्रसिद्ध हुए।
चीन में बदलते कूटनीतिक समीकरण और भविष्य को लेकर अटकलें
लियू जियानचाओ की नज़रबंदी और विदेश मंत्रालय से जुड़ी अटकलों ने चीनी राजनीति में एक नए मोड़ का संकेत दिया है। खासकर, किन गैंग विवाद के बाद, अब यह सवाल उठ रहा है कि क्या अगले कुछ महीनों में चीन में विदेश नीति के समीकरण बदल सकते हैं। लियू जियानचाओ की भूमिका को लेकर जो विचार और उम्मीदें बनी थीं, उन्हें अब एक नए नज़रिए से देखा जाएगा।
चीन की विदेश नीति में आएगा बदलाव?
यह मामला कई सवालों को जन्म देता है, खासकर विदेश मंत्री की नियुक्ति और लियू जियानचाओ के खिलाफ चल रही जाँच को लेकर। विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले समय में चीन की विदेश नीति में और बदलाव देखने को मिल सकते हैं, और इस घटनाक्रम का वैश्विक कूटनीतिक परिप्रेक्ष्य पर भी एक नया प्रभाव पड़ेगा।
चीन में राजनीतिक चालबाज़ियों का असर
चीन की राजनीतिक उथल-पुथल की अटकलें सिर्फ़ विदेश नीति तक ही सीमित नहीं हैं, बल्कि ये पूरे राजनीतिक परिदृश्य को प्रभावित कर सकती हैं। क्या इस घटनाक्रम के बाद चीन की आंतरिक राजनीति में कोई बड़ा बदलाव आएगा? यह सवाल आने वाले समय में ही सामने आएगा।
भविष्य में विदेश मंत्री का पद कौन संभालेगा?
क्या लियू जियानचाओ की नज़रबंदी उनके विदेश मंत्री बनने की उम्मीदों पर पानी फेर देगी, या चीन की राजनीतिक व्यवस्था के इस अहम पद पर किसी नए चेहरे की नियुक्ति होगी? यह तो आने वाला समय ही बताएगा।

