Home > विदेश > 66 लोगों को काट डाला, ISIS से जुड़े आतंकियों ने महिलाओं और बच्चों के साथ भी खेला खूनी खेल, पूरे दुनिया में मचा हंगामा

66 लोगों को काट डाला, ISIS से जुड़े आतंकियों ने महिलाओं और बच्चों के साथ भी खेला खूनी खेल, पूरे दुनिया में मचा हंगामा

स्थानीय अधिकारियों के मुताबिक, हमलावरों ने ग्रामीणों पर अचानक हमला बोला और उन्हें बड़े चाकुओं से बेरहमी से काट डाला। इस दिल दहला देने वाले हमले में महिलाओं और बच्चों को भी नहीं बख्शा गया।

By: Divyanshi Singh | Last Updated: July 14, 2025 12:36:52 PM IST



Congo: डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो (DRC) एक बार फिर आतंक की आग में झुलस उठा है। इस्लामिक स्टेट (ISIS) से जुड़े आतंकवादी गुट अलायड डेमोक्रेटिक फोर्सेस (ADF) ने देश के इरुमु क्षेत्र में एक नरसंहार को अंजाम दिया, जिसमें कम से कम 66 निर्दोष लोगों की जान चली गई। यह क्षेत्र युगांडा की सीमा से सटा हुआ है, जहां पहले से ही अस्थिरता और हिंसा का माहौल बना हुआ है।

 बेरहमी से हत्या

स्थानीय अधिकारियों के मुताबिक, हमलावरों ने ग्रामीणों पर अचानक हमला बोला और उन्हें बड़े चाकुओं से बेरहमी से काट डाला। इस दिल दहला देने वाले हमले में महिलाओं और बच्चों को भी नहीं बख्शा गया। अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि हमलावरों ने कितने लोगों को अगवा किया है।

‘खून का सैलाब’ लाने वाला हमला: संयुक्त राष्ट्र

संयुक्त राष्ट्र मिशन के प्रवक्ता जीन टोबी ओकाला ने इस हमले को “खून का सैलाब” कहा। उन्होंने बताया कि गुरुवार और शुक्रवार को वाल्से वोनकुतु चीफडम क्षेत्र में पहले 30 लोगों की हत्या की खबर आई थी, लेकिन अब यह संख्या बढ़कर 66 हो चुकी है। माना जा रहा है कि यह हमला कांगो और युगांडा की सेनाओं द्वारा ADF पर की गई बमबारी के जवाब में किया गया है।

कौन हैं ADF?

ADF एक युगांडाई इस्लामी आतंकी संगठन है, जो 2019 से ISIS से जुड़ा हुआ है। यह गुट कांगो और युगांडा की सीमा पर सक्रिय है और अब तक सैकड़ों लोगों की हत्या कर चुका है। इन आतंकियों ने पिछले कुछ वर्षों में पूर्वी कांगो, खासकर गोमा, इटूरी और नॉर्थ किवु क्षेत्रों में अपनी गतिविधियाँ तेज कर दी हैं। मानवाधिकार संगठनों के अनुसार, ADF ने सैकड़ों लोगों की हत्या की है और कई बच्चों को अगवा किया है।

पहले से चल रहा है M23 से युद्ध

पूर्वी कांगो में पहले से ही सरकार की सेना का मुकाबला एक और बागी गुट M23 से हो रहा है, जिसे रवांडा का समर्थन प्राप्त है। हालांकि इस युद्ध के शांति वार्ता के ज़रिए हल होने की उम्मीद जताई जा रही थी, लेकिन अब ADF के इस हमले ने इलाके में तनाव और भय को और गहरा कर दिया है।

मुस्लिम आबादी और आतंकवाद

DRC की कुल आबादी में करीब 10 प्रतिशत मुसलमान हैं, जिनमें से अधिकांश पूर्वी हिस्से में रहते हैं। हालांकि मुस्लिम समुदाय के अधिकतर लोग शांति से रहते हैं, लेकिन कट्टरपंथी गुटों की गतिविधियों ने उनके जीवन को भी असुरक्षित बना दिया है।

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