Poland Air Defense: रूसी ड्रोन ने पोलैंड के हवाई इलाके का उल्लंघन किया, जिससे यूक्रेन में पोलैंड तक तनाव पहुंच गया है. इसको अधिकारीयों ने ‘आक्रामक कार्यवाई’ कहा. बाद में, पोलैंड ने NATO के आर्टिकल 4 का उपयोग किया फिर प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क ने बताया कि पोलिश आर्मी ने NATO की सहायता से रातों-रात कई ड्रोन मार गिराए. पहली बार ऐसा हुआ है कि जब अलायंस के किसी मेंबर ने अपने इलाके में रूसी ठिकानों पर हथियारों का उपयोग किया.
इन शहरों को बनाया निशाना
सैकड़ों ड्रोन और मिसाइलों ने कीव और ल्वीव सहित शहरों को निशाना बनाया. पोलैंड में कई ड्रोन घुस गए, जिससे वारसॉ (पोलैंड का एक शहर) को अपना हवाई क्षेत्र बंद करना पड़ा और नीदरलैंड, जर्मनी सहित आस-पास के NATO अलायंस के जहाज़ों को तैनात करना पड़ा.
पोलैंड के प्रधानमंत्री का बयान
PM डोनाल्ड टस्क ने पार्लियामेंट को बताया कि द्वितीय विश्व युद्ध के बाद पोलैंड अब किसी भी समय की तुलना में खुले संघर्ष के सबसे करीब है. क्रेमलिन ने आरोपों को खारिज कर दिया और यूरोपियन यूनियन (European Union) की आलोचना करते हुए कहा कि रूस पर “बिना किसी बुनियाद” के आरोप लगाना NATO की “आम प्रथा” है.
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पोलैंड ने लिया NATO के आर्टिकल 4 का सहारा
NATO के आर्टिकल 4 को औपचारिक रूप से लागू किया गया, जो किसी भी मेंबर को अपनी क्षेत्रीय अखंडता, राजनीतिक स्वतंत्रता या सुरक्षा के लिए खतरों के बारे में नार्थ अटलांटिक काउंसिल के समक्ष चिंता व्यक्त करने की इजाज़त देता है. यह नवीनतम आह्वान इस बात पर ज़ोर देता है कि वारसॉ ड्रोन घुसपैठ को कितनी गंभीरता से लेता है.
पोलिश के रक्षा मंत्री व्लादिस्लाव कोसिनियाक-कामिज़ ने पुष्टि की कि रूस द्वारा यूक्रेन पर रात भर की गई बमबारी के दौरान 10 से अधिक वस्तुएँ पोलिश हवाई क्षेत्र में प्रवेश कर गईं. उन्होंने कहा कि सीधा ख़तरा पैदा करने वाले कई ड्रोनों को NATO फ़ोर्स की मदद से रोककर नष्ट कर दिया गया. पोलैंड की होम मिनिस्ट्री ने कहा कि रात भर हवाई क्षेत्र के उल्लंघन में एक घर और एक कार क्षतिग्रस्त हो गई.
रूस ने यूक्रेन में अपना हवाई अभियान तेज़ कर दिया है, 415 ड्रोन और 40 से अधिक मिसाइलें दागी हैं और देश के मध्य और पश्चिमी शहरों पर हमले किए हैं. यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने बताया कि रूस जानबूझकर युद्ध को NATO क्षेत्र के क़रीब ला रहा है और चेतावनी दी है कि सहयोगियों को इसका जवाब देना होगा.
अंतर्राष्ट्रीय प्रतिक्रियाएं भी मिली
युरोपियन यूनियन (EU) की फॉरेन पॉलिसी चीफ काजा कल्लास ने कहा कि पोलैंड में ड्रोन हमले “यूरोपीय हवाई क्षेत्र का सबसे गंभीर उल्लंघन” थे. लिथुआनिया के राष्ट्रपति गीतानास नौसेदा ने मास्को पर आरोप लगाया कि रूस जानबूझकर अपनी आक्रामकता बढ़ा रहा है.
पोलैंड में घरेलू राजनीतिक माहौल में तनाव पैदा हो रहा है. पीएम टस्क ने पार्लियामेंट को संबोधित करते हुए ज़ोर देकर कहा कि वारसॉ अपने क्षेत्र की रक्षा के लिए तैयार है और ड्रोन हमलों को “बड़े पैमाने पर उकसावे” वाला बताया. यूक्रेनी अधिकारियों ने कहा कि पोलैंड में रूस के ड्रोन हमले दर्शाते हैं कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन “पश्चिमी देशों का इम्तेहान ले रहे हैं”. यूक्रेन ने NATO से कड़े निवारक उपायों की मांग की है.
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