Volcano erupts in Russia: रूस के कामचटका द्वीप पर बुधवार को सबसे बड़ा भूकंप आया, जिसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 8.8 मापी गई। भूकंप के बाद आई सुनामी ने भी यहाँ तबाही मचाई। इसकी लहरें लगभग 5 मीटर ऊँची थीं। इससे कामचटका में कई इमारतें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। इसके कुछ ही देर बाद यूरेशिया का सबसे ऊंचा और सक्रिय ज्वालामुखी क्लुचेवस्कॉय फट गया। जिसका वीडियो अब खूब वायरल हो रहा है।
कहां स्थित है ज्वालामुखी?
बता दें क्लुचेवस्कॉय ज्वालामुखी पेट्रोपावलोव्स्क-कामचत्स्की से करीब 450 किलोमीटर उत्तर में स्थित है और इसकी ऊंचाई करीब 4,750 मीटर है। रूसी विज्ञान अकादमी की संयुक्त भूभौतिकीय सेवा ने टेलीग्राम पर जानकारी दी कि ज्वालामुखी के पश्चिमी ढलान से जलता हुआ लावा बहता देखा गया।
Rusya’daki depremin ardından Klyuchevskoy Yanardağı’nda patlama: Lav akıntıları başladıhttps://t.co/O2VKXtE1dT pic.twitter.com/ZU1yIcfrMi
— İlke TV (@ilketvcomtr) July 30, 2025
बयान में कहा गया है कि पश्चिमी ढलान पर गर्म लावा का प्रवाह, ज्वालामुखी के ऊपर चमक और तेज विस्फोट देखे जा रहे हैं। रात में यह दृश्य और भी भयानक लग रहा था।
पर्यटकों में उत्सुकता
आरआईए नोवोस्ती की एक रिपोर्ट के अनुसार, अभी तक कोई टूर रद्द नहीं हुआ है। रूसी पर्यटन उद्योग संघ (आरयूटीआई) के अनुसार, पर्यटकों ने कोई शिकायत नहीं की है, बल्कि कई लोग इस नज़ारे को अपनी आँखों से देखने की इच्छा व्यक्त कर रहे हैं।
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कामचटका द्वीप
कामचटका द्वीप पर लगभग 288,947 लोगों की आबादी है। ऐसे में यहाँ भूकंप और सुनामी रोधी कई इंतजाम किए गए थे। भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (यूएसजीएस) के अनुसार, कामचटका में आए भूकंप का केंद्र ज़मीन से लगभग 20 किलोमीटर नीचे था। वहाँ के गवर्नर सोलोदोव ने एक वीडियो पोस्ट करके बताया कि आज आया भूकंप दशकों का सबसे शक्तिशाली भूकंप था। शुक्र है कि इस भूकंप और सुनामी से कामचटका में कोई हताहत नहीं हुआ, इसकी वजह यहाँ की गई तैयारियाँ थीं।
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हमारी तैयारी ने हमें बचा लिया
रूसी राष्ट्रपति के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा कि कामचटका में आए भूकंप के लिए क्षेत्र पूरी तरह तैयार था। उन्होंने एक ब्रीफिंग में कहा – सुनामी के मद्देनजर सभी चेतावनी प्रणालियाँ तुरंत सक्रिय कर दी गईं और जिन क्षेत्रों में निकासी की आवश्यकता थी, वहाँ से लोगों को निकालने की व्यवस्था की गई। कुल मिलाकर, इमारतों की भूकंपरोधी क्षमता कारगर साबित हुई। भगवान का शुक्र है कि कोई हताहत नहीं हुआ।