Delhi-Meerut Rapid Rail Video: सोशल मीडिया पर हाल ही में दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ रैपिड रेल का एक अश्लील वीडियो वायरल हुआ. अब इस मामले को लेकर पुलिस ने कार्रवाई की है. नमो भारत रैपिड ट्रेन (RRTS) में बनाए गए आपत्तिजनक वीडियो को लेकर लड़के-लड़की समेत वीडियो बनाने वाले ट्रेन ऑपरेटर पर बड़ी कार्रवाई हुई है.
वायरल हुए वीडियो में एक युवक और युवती ट्रेन के प्रीमियम कोच में अश्लील काम करते दिख रहे हैं. ऐसे में रैपिड रेल की सुरक्षा पर सवाल उठने लगे थे और लगातार कार्रवाई की मांग की जा रही थी.
इन धाराओं में दर्ज हुआ मुकदमा
सबसे पहले मामले की शिकायत डीबीआरआरटीएस (मेंटेनेंस एजेंसी) के सुरक्षा प्रमुख दुष्यंत कुमार ने 22 दिसंबर को मुरादनगर थाने में दी थी. इसके बाद पुलिस ने तहरीर के आधार पर अज्ञात युवक-युवती के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 296 (सार्वजनिक स्थान पर अश्लील कृत्य) और धारा 77 (वॉयेरिज्म) के साथ-साथ आईटी एक्ट की धारा 67 (अश्लील सामग्री प्रसारण) के तहत मुकदमा दर्ज किया.
साथ ही, वीडियो रिकॉर्ड कर वायरल करने वाले ट्रेन ऑपरेटर पर भी अभियोग लगाया गया है. दरअसल, ट्रेन के सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई इस घटना का वीडियो एक कर्मचारी (ट्रेन ऑपरेटर) द्वारा मोबाइल से रिकॉर्ड कर लिया गया था. बाद में उसने इसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया था.
पुलिस ने की आरोपियों की पहचान
इससे पहले सहायक पुलिस आयुक्त (मसूरी) लिपि नगायच ने बताया था कि मामले में आवश्यक विवेचनात्मक कार्यवाही चल रही है. वीडियो से आरोपियों की पहचान कर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी. जांच में पता चला है कि युवक बीटेक और युवती बीसीए की छात्रा है, दोनों गाजियाबाद के नजदीकी कॉलेजों से हैं.
यह घटना नमो भारत ट्रेन की सुरक्षा और निजता व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रही है. एनसीआरटीसी ने कहा है कि सीसीटीवी फुटेज केवल कंट्रोल रूम से मॉनिटर होती है, लेकिन लीक होने पर सख्त कार्रवाई की गई.
छात्रा ने दी जान देने की कोशिश
दूसरी तरफ मीडिया रिपोर्ट्स में यह दावा किया गया है कि रैपिड ट्रेन के अश्लील वीडियो में दिखने वाली छात्रा काफी टेंशन में है और जान देने की कोशिश की. ऐसे में परिवार ने उसका ट्रीटमेंट कराने के बाद दूसरे शहर में रिश्तेदार के घर भेज दिया है.

