Alien Spaceship: आपने अगर मार्वल्स की फिल्में देखी होंगी तो आप जानते होंगे कि अगर धरती पर आसमानी ताकतों के हमले होते रहते हैं। ये आसमानी ताकतें दूसरी दुनिया या ग्रहों के जीव होते हैं। इसे देख असल जीवन में भी कयास लगाए जाते है कि क्या वास्तव में भी कहीं ऐसी दुनिया मौजूद है जहाँ के लोग हमारी धरती पर हमला कर दें। फिलहाल एक घटना के चलते फिर से यह बहस चर्चा में आ गई है। दरसल एक अज्ञात वस्तु अंतरिक्ष में पृथ्वी की ओर बहुत तेज़ी से बढ़ रही है। इसे लेकर हार्वर्ड के एक प्रोफ़ेसर ने दावा किया है कि यह कोई एलियन अंतरिक्ष यान हो सकता है, जो ‘हमें बचा भी सकता है और नष्ट भी कर सकता है’। हार्वर्ड के प्रोफ़ेसर एवी लोएब इस रहस्यमयी वस्तु पर कड़ी नज़र रखे हुए हैं।
वैज्ञानिक इस बाहरी वस्तु को लेकर कई तरह के अनुमान लगा रहे हैं। इसे 3I/एटलस नाम दिया गया है। कुछ वैज्ञानिक इसे धूमकेतु मान रहे हैं, जबकि कुछ इसे एक सामान्य खगोलीय पिंड मान रहे हैं। लेकिन प्रोफ़ेसर लोएब का मानना है कि यह “किसी तकनीकी डिज़ाइन” का नतीजा हो सकता है। प्रोफ़ेसर लोएब ने इस वस्तु की तुलना आर्थर सी क्लार्क के उपन्यास ‘रेंडेज़वस विद रामा’ से की है, जिसमें एक रहस्यमय एलियन वस्तु एक एलियन अंतरिक्ष यान निकलती है। इस अज्ञात वस्तु की खोज 1 जुलाई को हुई थी और लोएब ने चेतावनी दी है कि अगर यह कोई एलियन यान है, तो यह अपने साथ कोई प्रोब या हथियार भी ले जा सकता है। उन्होंने भविष्यवाणी की है कि यह यान 21 नवंबर से 5 दिसंबर, 2025 के बीच पृथ्वी तक पहुँच सकता है।
नासा ने भी इस रहस्यमयी वस्तु को स्वीकार किया
News 18 की खबर के मुताबिक लोएब ने कहा है कि रहने योग्य ग्रहों पर प्रोब तैनात करने के लिए परिस्थितियाँ ऐसे किसी भी यान के लिए बिल्कुल उपयुक्त हैं। उन्होंने कहा, “यह हमें बचाने या नष्ट करने आ सकता है। हमें दोनों ही संभावनाओं के लिए तैयार रहना चाहिए और यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि सभी एलियन वस्तुएँ केवल पत्थर हों।” दूसरी ओर NASA का मानना है कि यह वस्तु 1,35,000 मील प्रति घंटे की गति से आंतरिक सौरमंडल की ओर बढ़ रही है। नासा ने बताया कि यह वस्तु 30 अक्टूबर की रात को सूर्य के सबसे करीब होगी, लेकिन हमें चिंता करने की ज़रूरत नहीं है, क्योंकि यह अभी भी 13 करोड़ मील दूर है। इसलिए इसकी दूरी के कारण वैज्ञानिक इसका सटीक आकार नहीं माप पा रहे हैं, लेकिन अनुमान है कि यह लगभग 20-24 किलोमीटर है।
सभी वैज्ञानिक एलियन सिद्धांत पर विश्वास नहीं करते
News 18 ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि प्रोफ़ेसर लोएब अनुसार इतनी बड़ी वस्तु का दिखना ही विशेषज्ञों को भ्रमित करता है। उन्होंने पहले भी कहा था, “हमारा सौरमंडल इस वस्तु का लक्ष्य क्यों है?” लेकिन सभी वैज्ञानिक उनसे सहमत नहीं हैं। ऑक्सफ़ोर्ड विश्वविद्यालय के खगोलशास्त्री क्रिस लिंटॉट ने उनके दावों को “पूरी तरह बकवास” बताया है। उन्होंने कहा कि एलियन प्रोब सिद्धांत इस वस्तु को समझने के लिए किए जा रहे रोमांचक काम का अपमान है। नासा और यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी ने इस वस्तु को एक एलियन धूमकेतु करार दिया है। लोएब ने यह भी माना कि यह एक धूमकेतु हो सकता है, लेकिन इस पर अभी और शोध की गुंजाइश है क्योंकि इस बात की थोड़ी संभावना है कि यह एक अंतरिक्ष यान हो सकता है।

