उत्तर प्रदेश में एक बार फिर मौसम करवट लेने वाला है. बीते कुछ दिनों में हल्की ठंड और दिन में तेज धूप ने मौसम को थोड़ा असमंजस भरा बना दिया था, लेकिन अब नवंबर की शुरुआत के साथ ही आसमान में नई हलचल दिखने लगी है. मौसम विभाग के मुताबिक एक ताज़ा पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने की संभावना है, जिसका असर आने वाले दिनों में कई जिलों के मौसम पर साफ दिखाई दे सकता है. खासतौर पर कुछ इलाकों में हल्की बारिश की दस्तक और तापमान में उतार-चढ़ाव देखने को मिलेगा. ऐसे में किसानों से लेकर आम लोगों तक, सभी के लिए यह बदलाव खास मायने रखता है. आगे जानिए… कि किस दिन मौसम कैसा रहेगा और किन जिलों में बारिश की आशंका जताई गई है.
IMD ने 4 से 6 नवंबर के बीच एक नए वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के एक्टिव होने का अनुमान लगाया है. इससे पूर्वी उत्तर प्रदेश समेत कई इलाकों में हल्की बारिश और बौछारें पड़ सकती हैं. मौसम एक्सपर्ट्स का कहना है कि इस बारिश से खड़ी फसलों को नुकसान हो सकता है, और धान की कटाई वाले इलाकों में किसानों को सावधान रहने की ज़रूरत है.
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3 नवंबर को कैसा रहेगा मौसम
रविवार सुबह लखनऊ में आसमान साफ रहा और हल्की ठंडी हवा चली. दिन में निकली धूप ने गर्मी बढ़ा दी. मौसम विभाग के मुताबिक, मैक्सिमम टेम्परेचर 31 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जबकि रात का मिनिमम टेम्परेचर 19 डिग्री सेल्सियस रहने की उम्मीद है. सोमवार, 3 नवंबर को दिन का मैक्सिमम टेम्परेचर रविवार जितना ही रहेगा, जबकि रात का मिनिमम टेम्परेचर रविवार से एक डिग्री कम 18 डिग्री सेल्सियस रहने की उम्मीद है.
राजधानी में बारिश कम होते ही एयर क्वालिटी फिर से खराब होने लगी है. रविवार सुबह गोमती नगर में शहर का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) सबसे ज़्यादा 147 रहा, जबकि रविवार, 2 नवंबर को शाम 7 बजे लखनऊ का AQI 230 से ज़्यादा रिकॉर्ड किया गया, जो खतरनाक कैटेगरी में आता है.
मौसम विभाग के मुताबिक, उत्तर प्रदेश में मानसून का असर अभी पूरी तरह से कम नहीं हुआ है. पूर्वांचल और तराई के इलाकों बहराइच, श्रावस्ती, गोंडा, सिद्धार्थनगर, बलरामपुर और महाराजगंज में सुबह और 4 नवंबर को हल्की बारिश की उम्मीद है.

