UP Vidhan Mandal Session 2025: उत्तर प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र में अनुपूरक बजट पर चर्चा के दौरान, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सरकार की उपलब्धियों और नीतिगत प्राथमिकताओं पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि राज्य ने सरकारी नौकरियों के साथ-साथ पारंपरिक उद्यमों को भी मजबूत किया है, जिससे MSME सेक्टर को नई गति मिली है. इसका असर निवेश, निर्यात और रोज़गार के आंकड़ों में साफ दिख रहा है. मुख्यमंत्री के अनुसार, औद्योगिक माहौल में सुधार और उद्यमिता को बढ़ावा देने से राज्य की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिला है.
यह एक नया उत्तर प्रदेश है…
मुख्यमंत्री योगी ने कानून-व्यवस्था को लेकर सरकार के दावों को भी दोहराया. उन्होंने कहा, “यह एक नया उत्तर प्रदेश है,” और राज्य में कोई दंगा नहीं हुआ है. सरकार बिना किसी भेदभाव के अपने 25 करोड़ लोगों के कल्याण और सुरक्षा के लिए मजबूती से खड़ी है. उन्होंने गरीबों के प्रति सरकार की अटूट प्रतिबद्धता की पुष्टि की और कहा कि सामाजिक सुरक्षा, विकास और सुशासन उनकी सरकार की प्राथमिकताएं हैं.
अनुपूरक बजट पारित, सदन को अनिश्चित काल के लिए स्थगित
मुख्यमंत्री के भाषण के बाद, विधानसभा में अनुपूरक बजट पारित किया गया, और सदन को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया. इसके साथ ही सत्र की औपचारिक कार्यवाही समाप्त हो गई.
इस दौरान, विपक्ष के नेता माता प्रसाद पांडे ने जवाबी सवाल उठाए और बांग्लादेश से जुड़े मुद्दे पर केंद्र सरकार से प्रभावी कार्रवाई की मांग की. उन्होंने सवाल किया कि सदन के नेता को कैसे पता चला कि बांग्लादेश में मारा गया व्यक्ति दलित था. उन्होंने यह भी कहा कि भारत ने शेख हसीना को शरण दी है, इसलिए भारत सरकार को बांग्लादेश की घटनाओं के संबंध में स्पष्ट और प्रभावी कदम उठाने चाहिए.
सीएम योगी का सपा पर बड़ा हमला
मुख्यमंत्री योगी ने समाजवादी पार्टी पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि SP ने पहले ही उत्तर प्रदेश को काफी नुकसान पहुंचाया है. उन्होंने विपक्ष से “हर चीज को जाति की नज़र से देखना” बंद करने की अपील की और कहा कि UP विकास के रास्ते पर आगे बढ़ रहा है. अपने संबोधन में, उन्होंने प्रेरक पंक्तियों के माध्यम से प्रगति का संदेश भी दिया.
विपक्ष बांग्लादेश में एक दलित हिंदू की हत्या पर चुप रहा – सीएम योगी
बांग्लादेश और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर बोलते हुए, मुख्यमंत्री ने विपक्ष पर तुष्टीकरण की नीति अपनाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि विपक्ष बांग्लादेश में एक दलित हिंदू की हत्या पर चुप रहा, जबकि उन्होंने गाजा पट्टी के मुद्दे पर आवाज़ उठाई. उनके अनुसार, तुष्टीकरण की राजनीति के कारण पाकिस्तान और बांग्लादेश का निर्माण हुआ, और अगर बंटवारा नहीं होता, तो हिंदुओं को अत्याचारों का सामना नहीं करना पड़ता. उन्होंने यह भी कहा कि कुछ राजनीतिक पार्टियां अवैध बांग्लादेशी अप्रवासियों और रोहिंग्याओं के खिलाफ की गई किसी भी कार्रवाई का विरोध करेंगी, क्योंकि वे उन्हें वोट बैंक के तौर पर देखती हैं.
कुल मिलाकर, सेशन के दौरान सरकार ने विकास, कानून-व्यवस्था और कल्याणकारी नीतियों पर ज़ोर दिया, जबकि विपक्ष ने अंतरराष्ट्रीय और संवेदनशील मुद्दों पर सरकार से जवाबदेही की मांग की.