लखनऊ से जय शुक्ला की रिपोर्ट, Luckhnow updates: राजधानी लखनऊ में गणेश चतुर्थी का पर्व इस बार भी पूरे उत्साह और धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है। बाजारों में जबरदस्त रौनक देखने को मिल रही है। शहर से लेकर मोहनलालगंज और ग्रामीण इलाकों के छोटे-छोटे बाजार तक जगह-जगह गणपति बप्पा की सुंदर-सुंदर मूर्तियां सजकर बिकने के लिए पहुंच चुकी हैं। दुकानों पर तरह-तरह की मूर्तियों की सजावट ने पूरे माहौल को भक्ति और उत्सव के रंग में रंग दिया है।
बाजार में इको-फ्रेंडली मूर्तियों की मांग
लोग बड़ी संख्या में बाजारों का रुख कर रहे हैं। कहीं परिवार के साथ बच्चे उत्साह से मूर्तियां चुनते नजर आ रहे हैं तो कहीं श्रद्धालु अपनी-अपनी पसंद के अनुरूप गणेश जी की प्रतिमा खरीदते दिखाई दे रहे हैं। दुकानदारों का कहना है कि इस बार बाजार में खासतौर पर पर्यावरण के अनुकूल (इको-फ्रेंडली) मूर्तियों की मांग ज्यादा है। मिट्टी से बनी मूर्तियां लोगों को आकर्षित कर रही हैं, क्योंकि इनका विसर्जन करना भी आसान है और यह पर्यावरण के लिए सुरक्षित मानी जाती हैं।
घरों की सजावट और पूजा की तैयारी
कल यानी गणेश चतुर्थी के शुभ अवसर पर शहरवासियों के घरों में गणपति बप्पा की स्थापना की जाएगी। श्रद्धालु पूरे विधि-विधान से गणेश जी को विराजमान करेंगे और 10 दिनों तक घरों में भक्ति-भाव से पूजा-अर्चना का आयोजन होगा। लोगों ने घरों की सजावट और पूजा की तैयारी पहले से ही शुरू कर दी है। बाजार में पूजा सामग्री, सजावटी सामान और मिठाइयों की भी अच्छी-खासी खरीदारी हो रही है।
गणेश चतुर्थी को लेकर सबसे ज्यादा चहल-पहल
इसके बाद परंपरा के अनुसार गणेश जी का विसर्जन किया जाएगा। राजधानी में कई जगह सामूहिक रूप से गणपति पंडाल भी लगाए जा रहे हैं, जहां भक्तजन दर्शन के लिए पहुंच सकेंगे। वहीं प्रशासन ने भी सुरक्षा और व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए जरूरी इंतजाम किए हैं।मोहनलालगंज के बाजारों में गणेश चतुर्थी को लेकर सबसे ज्यादा चहल-पहल नजर आ रही है। यहां की दुकानों पर आकर्षक मूर्तियों की सजावट दूर से ही लोगों को अपनी ओर खींच रही है। श्रद्धालु परिवार के साथ खरीदारी कर इस शुभ अवसर को यादगार बनाने की तैयारी में जुटे हुए हैं।
आस्था के साथ गणपति बप्पा का स्वागत
गणेश चतुर्थी केवल धार्मिक ही नहीं बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक दृष्टि से भी बेहद महत्वपूर्ण मानी जाती है। माना जाता है कि गणेश जी की स्थापना से घर में सुख-समृद्धि और खुशहाली आती है। यही वजह है कि राजधानी के लोग पूरे उत्साह और आस्था के साथ गणपति बप्पा का स्वागत करने के लिए तैयार हैं।