Salesforce कंपनी के CEO मार्क बेनिओफ (Marc Benioff) ने साफ कहा है कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) चाहे जितनी भी एडवांस हो जाए, इंसानी टच (human touch) को कभी रिप्लेस नहीं कर सकती. उन्होंने हाल ही में हुए Salesforce Dreamforce Conference में कहा कि बिक्री (sales) में इंसानों की भूमिका हमेशा सबसे अहम रहेगी. मार्क ने एक उदाहरण देते हुए बताया कि वे एक होटल के बार में बैठे थे जहां ग्राहक एक-दूसरे से बात कर रहे थे, न कि किसी ऐप या चैटबॉट से. उन्होंने कहा- “बार में हमारे लोग नहीं थे, हमारे ग्राहक थे, जो आपस में जुड़ रहे थे, बातें कर रहे थे- यही असली इंसानी टच है.’
Salesforce बढ़ा रही है अपनी टीम
AI के दौर में जब ज्यादातर कंपनियां कर्मचारियों की संख्या घटा रही हैं, Salesforce इसके उलट रास्ता अपना रही है. मार्क बेनिओफ ने बताया कि कंपनी ने हाल ही में 3,000 से 5,000 नए सेल्सपर्सन (salespeople) को भर्ती किया है. कंपनी का लक्ष्य है कि इस साल 20,000 अकाउंट एग्जीक्यूटिव्स (Account Executives) की टीम तैयार की जाए. इसके अलावा कंपनी नए सिस्टम इंजीनियर्स, मैनेजर्स, और इंफ्रास्ट्रक्चर टीम्स को भी जोड़ रही है. आज Salesforce के पास करीब 80,000 कर्मचारी हैं, जिनमें से एक चौथाई कर्मचारी ग्राहकों को कंपनी के सेल्स प्रोडक्ट्स का उपयोग करने में मदद करते हैं.
AI के साथ इंसान का साथ जरूरी
हालांकि Salesforce खुद को “#1 AI CRM’ कहती है और इसमें भारी निवेश कर चुकी है, लेकिन CEO बेनिओफ का मानना है कि AI सिर्फ एक टूल है, इंसान का विकल्प नहीं. उन्होंने कहा- “हम AI को पसंद करते हैं, लेकिन AI में आत्मा नहीं होती. वह इंसान की तरह जुड़ाव (connectivity) नहीं बना सकता.’ उनका यह बयान उस समय आया है जब कई लोग डर रहे हैं कि AI की वजह से नौकरियां खत्म हो सकती हैं. लेकिन Salesforce और दूसरी टेक कंपनियों जैसे Figma के CEOs ने भरोसा दिलाया है कि AI के बावजूद कंपनियां नई भर्तियां जारी रखेंगी.
टेक्नोलॉजी से ज्यादा जरूरी है ग्राहक की समझ
बेनिओफ ने CNBC से बात करते हुए कहा कि “टेक्नोलॉजी की स्पीड, ग्राहकों की स्पीड से कहीं आगे निकल गई है.’ यानि कंपनियां नई AI तकनीकें तो ला रही हैं, लेकिन ग्राहक उन्हें उतनी जल्दी अपनाने के लिए तैयार नहीं हैं. इसलिए, इंसानी इंटरैक्शन यानी फेस-टू-फेस बातचीत अब भी जरूरी है ताकि ग्राहक नई टेक्नोलॉजी को सही ढंग से समझ सकें.
मानव और AI का संतुलन ही भविष्य है
Salesforce का यह कदम दिखाता है कि कंपनी AI और इंसान दोनों के बीच संतुलन बनाना चाहती है. एक तरफ वह AI पर भारी निवेश कर रही है, दूसरी तरफ कर्मचारियों की भर्ती भी बढ़ा रही है. हाल ही में कंपनी ने $15 बिलियन (करीब 1.2 लाख करोड़ रुपये) का निवेश AI वर्कफोर्स डिवेलपमेंट और स्टार्टअप इनक्यूबेशन में किया है. इसका मकसद है “दुनिया की AI राजधानी’ (World’s AI Capital) बनाना और साथ ही मानव रोजगार को भी बढ़ावा देना.