Home > क्रिकेट > विजय हजारे ट्रॉफी तो सुना होगा, उस महान खिलाड़ी के बारे में कितना जानते हैं आप जिन्होंने भारत को दिलाई थी पहली जीत!

विजय हजारे ट्रॉफी तो सुना होगा, उस महान खिलाड़ी के बारे में कितना जानते हैं आप जिन्होंने भारत को दिलाई थी पहली जीत!

विजय हज़ारे ट्रॉफी का नाम तो सब जानते हैं, लेकिन क्या आप उस कप्तान के वो रिकॉर्ड जानते हैं जिसने अंग्रेजों का घमंड तोड़ा था? उनकी पुण्यतिथि पर जानें अनसुनी कहानी...

By: Shivani Singh | Last Updated: December 29, 2025 3:00:41 PM IST



भारतीय टीम जिसने 1932 में इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू किया उसे अपनी पहली टेस्ट जीत के लिए 20 साल इंतज़ार करना पड़ा. भारत ने पहली बार 1952 में मद्रास टेस्ट में इंग्लैंड को हराकर अपनी पहली क्रिकेट जीत का स्वाद चखा. जहां कई खिलाड़ियों ने मैच जिताने वाला प्रदर्शन किया, वहीं जीत के असली हीरो टीम के कप्तान विजय हज़ारे थे, जिनकी शानदार लीडरशिप स्किल्स ने टीम को यह ऐतिहासिक जीत दिलाई..

विजय हज़ारे का जन्म 11 मार्च 1915 को सांगली महाराष्ट्र में जन्में विजय हज़ारे ने 22 जून, 1946 को ऐतिहासिक लॉर्ड्स मैदान पर इंग्लैंड के खिलाफ़ अपना टेस्ट डेब्यू किया. अपने पहले ही टेस्ट मैच में विजय हज़ारे ने अपनी बैटिंग का हुनर ​​दिखाते हुए 65 रन बनाए. बैटिंग के अलावा, हज़ारे एक मीडियम-पेस बॉलर भी थे. इंग्लैंड के खिलाफ़ अपनी 65 रन की पारी के साथ हज़ारे ने दो विकेट भी लिए और यह साबित किया कि भारतीय क्रिकेट टीम आने वाले दिनों में एक नया अध्याय लिखेगी.

तिहरा शतक बनाने वाले पहले बल्लेबाज़

हज़ारे ने अपने बैटिंग रिकॉर्ड से फर्स्ट-क्लास क्रिकेट में एक अमिट छाप छोड़ी है. वह तिहरा शतक बनाने वाले पहले बल्लेबाज़ थे और 50 शतक बनाने का रिकॉर्ड भी उन्हीं के नाम है. इसके अलावा, जब विजय हज़ारे ने इंटरनेशनल क्रिकेट खेलना शुरू किया, तो उन्होंने भारत के लिए खेलते हुए अपना नाम अमर कर दिया. हज़ारे एक टेस्ट मैच की दोनों पारियों में शतक बनाने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी हैं. 23 जनवरी, 1948 को एडिलेड में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ़ टेस्ट मैच में, हज़ारे ने क्रमशः 116 और 145 रन की ऐतिहासिक पारियां खेलीं. 1951 और 1953 के बीच, हज़ारे ने कुल 14 टेस्ट मैचों में भारत की कप्तानी भी की.

टेस्ट में भारत ने रचा था इतिहास

10 फरवरी 1952 वह दिन था जब विजय हज़ारे ने भारतीय क्रिकेट के लिए एक नई सुबह की शुरुआत की. भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ़ मद्रास टेस्ट एक पारी और 8 रन से जीतकर इतिहास रचा. उस यादगार मैच में विजय हज़ारे ने 20 रन बनाए और 15 रन देकर 1 विकेट लिया. भारतीय टीम ने 25वें टेस्ट में अपनी पहली टेस्ट जीत हासिल की. ​​भारत को 20 साल बाद टेस्ट स्टेटस भी मिला. विजय हजारे ने अपना आखिरी टेस्ट मैच 28 मार्च, 1953 को किंग्स्टन में वेस्ट इंडीज के खिलाफ खेला था. अपने आखिरी मैच में विजय हजारे ने 28 रन बनाए और उन्हें कोई विकेट नहीं मिला.

विजय हज़ारे का टेस्ट रिकॉर्ड

अपने टेस्ट करियर में विजय हजारे ने 30 टेस्ट मैचों में 47.65 की शानदार औसत से 2,192 रन बनाए, जिसमें 7 शतक और 9 अर्धशतक शामिल थे. हजारे का उच्चतम स्कोर 164 रन नाबाद था और उन्होंने गेंद से 20 विकेट लिए. विजय हजारे ने 238 फर्स्ट-क्लास मैच खेले और 18,740 रन बनाए, जिसमें उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 316 रन नाबाद था. उन्होंने अपनी गेंदबाजी से 595 फर्स्ट-क्लास विकेट लिए.

 “पद्म श्री” पुरस्कार से सम्मानित

रिटायरमेंट के बाद विजय हजारे ने कई सालों तक भारतीय क्रिकेट टीम के सिलेक्टर के रूप में काम किया. विजय हजारे और जसु पटेल पहले भारतीय क्रिकेटर थे जिन्हें “पद्म श्री” पुरस्कार से सम्मानित किया गया था.

भारत में एक घरेलू क्रिकेट टूर्नामेंट, विजय हजारे ट्रॉफी, उनके नाम पर शुरू किया गया था। कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से लंबी लड़ाई के बाद, 18 दिसंबर 2004 को बड़ौदा में उनका जीवन सफर समाप्त हो गया।

Advertisement