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T20 वर्ल्ड कप के लिए कितनी तैयार है टीम इंडिया? जानिए ताकत और कमजोरियां

T20 World Cup 2026: टीम इंडिया की ताकत उसकी बैटिंग लाइनअप, युवा जोश और बुमराह जैसे वर्ल्ड-क्लास तेज गेंदबाज़ों की मौजूदगी है. लेकिन अनुभवी तेज गेंदबाजों की कमी, सल्पि में कभी-कभी कैच छूटना और दबाव में मिडिल ऑर्डर की स्थिरता की चुनौती शामिल है. जानें कितना ताकत और कमजोरी है.

By: Mohammad Nematullah | Published: December 20, 2025 4:14:29 PM IST



T20 World Cup 2026: टीम इंडिया की ताकत उसकी बैटिंग लाइनअप, युवा जोश और बुमराह जैसे वर्ल्ड-क्लास तेज गेंदबाज़ों की मौजूदगी है. लेकिन अनुभवी तेज गेंदबाजों की कमी, सल्पि में कभी-कभी कैच छूटना और दबाव में मिडिल ऑर्डर की स्थिरता की चुनौती शामिल है. खासकर  मुश्किल विदेश के पिचों पर होगी. टीम का स्पिन डिपार्टमेंट हमेशा से मजबूत रहा है, और बड़े टूर्नामेंट में उनका शांत स्वभाव और हालात के हिसाब से ढलने की क्षमता उन्हें खतरनाक बनाती है, लेकिन अनुभव और निरंतरता की कमी बड़ी चुनौतियां है.

ताकत- Strength 

मजबूत बैटिंग लाइनअप: भारत के पास एक गहरी और प्रतिभाशाली बैटिंग लाइनअप है जो किसी भी स्थिति में मैच का रुख बदलने में सक्षम है.

वर्ल्ड-क्लास तेज गेंदबाज़ी: जसप्रीत बुमराह जैसे गेंदबाज टीम की रीढ़ है, और अर्शदीप सिंह जैसे युवा तेज गेंदबाज़ों ने भी प्रभावित किया है, जिससे टीम को आक्रामक शुरुआत मिलती है.

युवा जोश और प्रतिभा: टीम में कई युवा खिलाड़ी है जो उत्साह और नए नजरिए लाते है, जो बड़े टूर्नामेंट में महत्वपूर्ण हो सकते है.

मजबूत स्पिन डिपार्टमेंट: कुलदीप यादव और अन्य स्पिनर टीम को गहराई देते हैं और अक्सर विरोधी टीमों के लिए खतरा पैदा करते है.

हालात के हिसाब से ढलना: भारतीय टीम बदलती परिस्थितियों और विरोधी की रणनीति के अनुसार अपनी रणनीति को बदलने में माहिर है, जैसा कि महिला टीम ने दिखाया है.

हार न मानने वाला रवैया: टीम में विपरीत परिस्थितियों में भी डटे रहने और अंत तक लड़ने का जज़्बा है.

कमजोरी- Weakness

अनुभवी तेज गेंदबाज़ों की कमी: बुमराह और अर्शदीप के अलावा, अन्य तेज गेंदबाज़ों (जैसे शमी, हर्षित राणा) के पास बड़े टूर्नामेंट में अनुभव की कमी है.

स्लिप कैचिंग और फील्डिंग: विदेशी दौरों पर, खासकर इंग्लैंड में, स्लिप कॉर्डन में कैच छूटने की समस्या रही है, जो ड्यूक्स गेंद के स्विंग के कारण और भी मुश्किल हो जाती है.

मिडिल ऑर्डर पर दबाव: कभी-कभी टॉप-ऑर्डर बल्लेबाज़ों पर बहुत ज़्यादा निर्भरता होती है, और दबाव में मिडिल ऑर्डर की स्थिरता चिंता का विषय बन जाती है.

T20 में लय हासिल करना: लंबे ब्रेक के बाद, टीम को T20 में अपनी लय हासिल करने में समय लग सकता है, जो शुरुआती मैचों में प्रदर्शन को प्रभावित कर सकता है.

ऑलराउंडर की भूमिका: शिवम दुबे जैसे खिलाड़ियों का अनियमित गेंदबाज़ी प्रदर्शन भी एक चुनौती है, जो टीम के संतुलन को प्रभावित करता है.

टी20 वर्ल्ड कप के लीग स्टेज में भारत का शेड्यूल

  • 7 फरवरी- यूएसए के खिलाफ मैच
  • 12 फरवरी- नामीबिया के खिलाफ मैच
  • 15 फरवरी- पाकिस्तान के खिलाफ मैच
  • 18 फरवरी- नीदरलैंड्स के खिलाफ मैच

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