India vs Pakistan: भारत में होने वाले हॉकी एशिया कप 2025 से पहले पाकिस्तान ने एक बार फिर अपने पुराने रवैये पर लौटते हुए ‘सुरक्षा समीक्षा’ का बहाना बनाकर हॉकी टूर्नामेंट में भागीदारी पर संदेह खड़ा कर दिया है। पाकिस्तान सरकार ने कहा है कि वह अपनी राष्ट्रीय हॉकी टीम को भारत तभी भेजेगी जब उन्हें भारत में खिलाड़ियों की सुरक्षा को लेकर पूरी तरह संतुष्टि हो जाएगी।
प्रधानमंत्री युवा विकास और खेल कार्यक्रम के अध्यक्ष राणा मशूद ने एक बयान में कहा कि, “हम भारत की वर्तमान स्थिति की समीक्षा कर रहे हैं। अगर हमें लगता है कि खिलाड़ियों की जान को खतरा हो सकता है, तो हम अपनी टीम को भारत नहीं भेजेंगे।”
सुरक्षा के नाम पर डर या राजनीति?
यह बयान ऐसे समय में आया है जब पाकिस्तान की हॉकी टीम को भारत में आयोजित होने वाले एशिया कप 2025 और जूनियर हॉकी वर्ल्ड कप में हिस्सा लेना है। खास बात ये है कि एशिया कप टूर्नामेंट ही 2026 हॉकी वर्ल्ड कप के लिए क्वालिफायर भी है। भारत पहले से इस टूर्नामेंट के लिए क्वालिफाई कर चुका है, लेकिन पाकिस्तान को क्वालिफाई करने के लिए इस टूर्नामेंट में खेलना बेहद जरूरी है।
पाकिस्तान हॉकी महासंघ (PHF) ने इसके लिए सरकार से अनुमति मांगी है और अब सुरक्षा बहाने से माहौल गर्म किया जा रहा है। PHF महासचिव राणा मुजाहिद ने कहा, “पाकिस्तान ने पहले भी भारत में टूर्नामेंट खेले हैं, लेकिन अभी हालात अलग हैं, और सोशल मीडिया पर धमकियों को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।”
कब और कहां हो रहा है एशिया कप?
हॉकी एशिया कप 2025 का आयोजन 27 अगस्त से 7 सितंबर तक राजगीर, बिहार में होना है। भारत सरकार ने पहले ही साफ कर दिया है कि वो पाकिस्तान टीम की भागीदारी पर रोक नहीं लगाएगी, क्योंकि यह बहु-राष्ट्रीय टूर्नामेंट है, न कि द्विपक्षीय सीरीज।
खेल मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, “खेल में राजनीति की जगह नहीं होनी चाहिए। रूस और यूक्रेन जैसे युद्धरत देश भी टूर्नामेंट में हिस्सा लेते हैं, तो पाकिस्तान क्यों नहीं?” बता दें, सवाल यही है, क्या पाकिस्तान वाकई सुरक्षा को लेकर चिंतित है या यह केवल एक नया कूटनीतिक ड्रामा है? क्योंकि अगर उन्हें वर्ल्ड कप खेलना है, तो भारत आना ही होगा। अब देखना है कि राजनीति भारी पड़ती है या हॉकी का जज़्बा जीतता है।