India vs England 3rd Test: लॉर्ड्स में शुभमन गिल की कप्तानी वाली भारतीय टीम के पास जीत का अच्छा मौका था, वे सासनी से इस मैच को जीत सकते थे लेकिन भारतीय टीम ने आसानी से यह मैच इंग्लिश टीम के हवाले कर दिया। इंग्लैंड की टीम दूसरी पारी में 192 रनों पर आउट हो गई। जीत के लिए सिर्फ़ 193 रनों की ज़रूरत थी, क्योंकि पहली पारी में दोनों टीमों का स्कोर बराबर था। रवींद्र जडेजा ने अंत तक संघर्ष किया, वे नॉट आउट भी रहे, लेकिन टीम इंडिया यह जंग हार गई। पारी का 10वाँ विकेट मोहम्मद सिराज के रूप में गिरा और भारत यह मैच 22 रनों से हार गया।
करुण नायर ने गंवाया मौका
8 साल बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी कर रहे करुण नायर ने इस सीरीज़ में अब तक काफ़ी निराश किया है। दूसरी पारी में वह 14 रन बनाकर आउट हो गए, पहली पारी में उन्होंने 40 रन बनाए थे। तीसरे नंबर पर उतरे करुण से उम्मीद थी कि वह कम से कम चौथे दिन संभलकर खेलेंगे और अपना विकेट बचाए रखेंगे, लेकिन वह ऐसा नहीं कर पाए। उनकी काफ़ी आलोचना हो रही है और हार के कारणों में से एक यही रहा।
ओवर कॉन्फिडेंस के मारे यशस्वी जायसवाल
193 रनों का पीछा करते हुए भारत को अच्छी शुरुआत की ज़रूरत थी, पहले विकेट के लिए कम से कम 50 से ज़्यादा रनों की साझेदारी ज़रूरी थी, लेकिन यशस्वी जायसवाल बिना खाता खोले आउट हो गए। उन्हें जोफ़्रा आर्चर ने अपना शिकार बनाया। जायसवाल अपने ही ओवर कॉन्फिडेंस का शिकार बन गए।
नीतीश रेड्डी बल्लेबाज़ी में फ्लॉप रहे
नीतीश कुमार रेड्डी एक ऑलराउंडर खिलाड़ी हैं, उनसे अच्छी बल्लेबाज़ी की उम्मीद थी। दूसरी पारी में वे नौवें नंबर पर बल्लेबाज़ी करने आए थे, उन्हें बस क्रीज़ पर टिके रहना था, लेकिन दूसरा सेशन खत्म होने से पहले ही उन्होंने अपना विकेट गंवा दिया। हालाँकि उन्होंने 53 गेंदों का सामना किया, लेकिन उनसे बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद थी। क्योंकि जसप्रीत बुमराह ने भी 54 गेंदें खेलीं।
लॉर्ड्स में फीके दिखे शुभमन गिल
चौथे दिन शुभमन गिल सिर्फ़ 6 रन बनाकर आउट हो गए, इससे भारतीय पारी पर और दबाव आ गया। उन्होंने पिछले 2 टेस्ट मैचों में अच्छी बल्लेबाज़ी की थी, लेकिन तीसरे टेस्ट में उनका बल्ला खामोश रहा। पहली पारी में भी उन्होंने सिर्फ़ 16 रन बनाए थे। दूसरी पारी में उन्हें ब्रायडन कार्से ने आउट कर दिया।
नहीं चला आकाशदीप का जादू
आकाशदीप ने एजबेस्टन में 10 विकेट लिए, लेकिन लॉर्ड्स में वह कुछ ख़ास नहीं कर पाए। तीसरे टेस्ट में उन्हें सिर्फ़ 1 विकेट मिला। पहली पारी में उन्होंने 92 रन देकर 1 विकेट लिया जबकि दूसरी पारी में उन्होंने 8 ओवर फेंके लेकिन कोई विकेट नहीं ले पाए। हो सकता था कि अगर उन्होंने विकेट ले लिए होते, तो इंग्लैंड थोड़े कम स्कोर पर सिमट जाता।