IND-W Vs AUS-W, 3rd ODI: भारतीय महिला क्रिकेट टीम पर मंगलवार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे वनडे में धीमी ओवर गति के लिए मैच फीस का 10 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया. शनिवार को फिरोजशाह कोटला मैदान पर स्मृति मंधाना की 125 रनों की धमाकेदार पारी के बावजूद मेजबान भारत को 43 रनों से हार का सामना करना पड़ा. जिससे भारत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज 1-2 से गंवानी पड़ी.
इस वजह से लगा जुर्माना
आईसीसी के अंतरराष्ट्रीय मैच रेफरी पैनल की जीएस लक्ष्मी ने यह जुर्माना लगाया क्योंकि समय सीमा को ध्यान में रखते हुए भारत को निर्धारित समय से दो ओवर कम फेंकने का दोषी पाया गया.
ICC ने क्या कहा ?
आईसीसी ने एक बयान में कहा “खिलाड़ियों और खिलाड़ी सहयोगी स्टाफ के लिए आईसीसी आचार संहिता के अनुच्छेद 2.22 के अनुसार जो न्यूनतम ओवर गति के अपराधों से संबंधित है खिलाड़ियों पर निर्धारित समय में अपनी टीम द्वारा प्रत्येक ओवर कम फेंकने पर उनकी मैच फीस का पांच प्रतिशत जुर्माना लगाया जाता है.”
आईसीसी ने आगे कहा, “भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर ने अपराध स्वीकार कर लिया और प्रस्तावित दंड स्वीकार कर लिया इसलिए औपचारिक सुनवाई की कोई आवश्यकता नहीं पड़ी.” यह आरोप मैदानी अंपायर लॉरेन एगेनबाग और जननी नारायणन, तीसरे अंपायर गायत्री वेणुगोपालन और चौथे अंपायर वृंदा राठी ने लगाया था.
ऑस्ट्रेलिया ने सीरीज़ पर किया कब्ज़ा
मुकाबले की बात करें तो ऑस्ट्रेलियाई महिला टीम ने उस दिन बेहतरीन प्रदर्शन किया और 43 रनों की जीत के साथ सीरीज़ 2-1 से अपने नाम कर ली. उनकी बल्लेबाज़ों ने ज़बरदस्त प्रदर्शन करते हुए 412 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया। बेथ मूनी जीत की हीरो रहीं. बेथ मूनी सिर्फ़ 75 गेंदों पर 138 रनों की पारी खेली जो महिला वनडे में ऑस्ट्रेलिया की ओर से दूसरा सबसे तेज़ शतक है. वहीं एलिस पेरी और जॉर्जिया वोल ने भी बहुमूल्य पारियां खेलीं.
413 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत ने धमाकेदार शुरुआत की. स्मृति मंधाना ने 23 गेंदों में रिकॉर्ड अर्धशतक जड़ा और फिर सिर्फ़ 50 गेंदों में भारत का सबसे तेज़ वनडे शतक जड़ दिया. 63 गेंदों पर 125 रनों की उनकी पारी ने ऑस्ट्रेलियाई टीम को बुरी तरह डरा दिया. हरमनप्रीत ने भी आक्रामक खेल दिखाया लेकिन क्रैंप के कारण उनकी लय रुक गई और ऑस्ट्रेलिया के लिए वापसी का रास्ता खुल गया.
दीप्ति शर्मा के जुझारू 72 रनों के बावजूद भारत अंततः 369 रन पर आउट हो गया जिससे ऑस्ट्रेलियाई टीम को जीत और सीरीज दोनों का जश्न मनाने का मौका मिल गया.

