Bangladesh vs South Africa: सोमवार को विशाखापट्टनम में खेले गए महिला विश्व कप मैच में बांग्लादेश की टीम ने शानदार प्रदर्शन किया और लगभग बड़ा उलटफेर कर दिया था. दक्षिण अफ्रीका की टीम 233 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए 78 रन पर 5 विकेट खो चुकी थी और पूरी तरह दबाव में थी. लेकिन भारत के खिलाफ मैच की तरह इस बार भी दक्षिण अफ्रीका की निचले क्रम की बल्लेबाज़ों ने हार नहीं मानी. नादिन डी क्लर्क एक बार फिर टीम की संकटमोचक बनीं और उन्होंने अपनी टीम को जीत दिला दी.
भावुक था ड्रेसिंग रूम का माहौल
इस रोमांचक हार ने बांग्लादेश खिलाड़ियों को तोड़ दिया. मैच के बाद कप्तान निगार सुल्ताना ने बताया कि ड्रेसिंग रूम का माहौल बहुत भावुक था लेकिन उन्होंने अपनी टीम पर गर्व जताया.
कप्तान ने क्या कहा?
उन्होंने कहा, “सबसे पहले, मैं बहुत गर्व महसूस कर रही हूं कि मेरी टीम की लड़कियाँ आखिरी गेंद तक लड़ीं. मैं दुखी भी हूं क्योंकि वो सब रो रही हैं वो बहुत युवा हैं. लेकिन मैं खुश हूं कि उन्होंने अपना 110% दिया. वो खुद पर भरोसा रखती हैं कि हम जीत सकते हैं. ये हमारे लिए एक बड़ा सीखने वाला अनुभव था.”
कैच छूटे, मैच भी हाथ से गया
बांग्लादेश की हार की बड़ी वजह फील्डिंग में चूक रही. अगर कुछ आसान कैच नहीं छूटते, तो नतीजा अलग हो सकता था. क्लोए ट्रायन को आउट करने का मौका गंवाने के बाद उन्होंने मरिज़ाने कैप के साथ 85 रनों की साझेदारी की जिससे दक्षिण अफ्रीका की वापसी हुई. इसके बाद डी क्लर्क को भी 26 रन पर जीवनदान मिला, जिसने मैच पलट दिया.
सबको अपने प्रदर्शन पर गर्व होना चाहिए-सुल्ताना
सुल्ताना ने कहा, “ऐसा इंग्लैंड वाले मैच में भी हुआ था. हमने 5 विकेट जल्दी ले लिए थे, लेकिन 30वें ओवर के बाद मैच हाथ से निकल गया. हमने बीच में सही लेंथ पर गेंदबाज़ी करने की बात की थी. बॉलर्स ने अच्छा किया, लेकिन बीच में कुछ गलती हो गई . जो खेल का हिस्सा है. हमारी टीम बहुत युवा है, लेकिन उन्होंने न्यूज़ीलैंड मैच के बाद से बेहतरीन हिम्मत दिखाई है.”
उन्होंने आगे कहा, “मैं बस यही कहना चाहती हूं कि सबको अपने प्रदर्शन पर गर्व होना चाहिए. यह हमारा आखिरी मैच नहीं है अभी 3 और मैच बाकी हैं. हमें सिर ऊंचा रखकर खेलना चाहिए. हमने उन्हें कड़ी टक्कर दी.” बांग्लादेश अब 16 अक्टूबर को ऑस्ट्रेलिया से भिड़ेगा.

