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Sawan 2025 Somvar Vrat: जाने क्यों खास है साल 2025 का सावन बेहद खास! नक्षत्र और योग का बन रहा शुभ संयोग

Sawan 2025- सावन का महीना शिव भक्तों के लिए हमेशा से ही बेहद खास रहा है, लेकिन साल 2025 का सावन शिव की पूजा करने वालों के लिए किसी त्योहार से कम नहीं है, क्योंकि इस साल के सावन में कई शुभ यूग पड़ रहे है, जिसमें आप भगवान शिव को आसानी से प्रसन्न कर सकते हैं और मन चाही इच्छा को पुरा कर सकते हैं। साल 2025 में कुल 4 सोमवार पड़ रहे है, और पहला सावन (Somvar Vrat) आज यानी 14 जुलाई 2025 को है। आज के दिन महादेव के भक्त  उनकी पुजा करते और व्रत भी रखते हैं।

By: chhaya sharma | Published: July 14, 2025 12:03:49 PM IST



Sawan 2025– सावन का महीना शिव भक्तों के लिए हमेशा से ही बेहद खास रहा है, लेकिन साल 2025 का सावन शिव की पूजा करने वालों के लिए किसी त्योहार से कम नहीं है, क्योंकि इस साल के सावन में कई शुभ योग पड़ रहे है, जिसमें आप भगवान शिव को आसानी से प्रसन्न कर सकते हैं और मन चाही इच्छा को पुरा कर सकते हैं। साल 2025 में कुल 4 सोमवार पड़ रहे है, और पहला सावन (Somvar Vrat) आज यानी 14 जुलाई 2025 को है। आज के दिन महादेव के भक्त  उनकी पुजा करते और व्रत भी रखते हैं। 

साल 2025 का सावन क्यों है बेहद खास

दरअसल, साल 2025 के पहले Sawan Somvar यानी आज 14 जुलाई 2025 को धनिष्ठा नक्षत्र और आयुष्मान का शुभ संयोग बन रहा हैं। 

धनिष्ठा नक्षत्र को सुख – समृद्धि तथा मान – प्रतिष्ठा का सूचक माना जाता है। इसके अलावा यह नक्षत्र व्यवहारिक कौशल और ऊर्जा का प्रतीक भी होता है, वहीं इस नक्षत्र का प्रतीक चिन्ह ढोल या मृदंग को माना जाता है। धनिष्ठा नक्षत्र के स्वामी मंगल हैं और इसकी राशि मकर और कुंभ है, इसी वजह से धनिष्ठा नक्षत्र के दो चरण मकर राशि में और आखिरी दो चरण कुंभ राशि में आते हैं। धनिष्ठा नक्षत्र के दौरान हनुमान जी और शिव जी की पुजा करना बेहद ज्यादा शुभ माना जाता है और इसी वजह से सावन के पहले सोमवार पर  धनिष्ठा नक्षत्र पड़ना बेहद शुभ है और इसलिए  Sawan Somvar Vrat भी बेहद शुभ है। बता दें कि धनिष्ठा नक्षत्र का संबंध शमी के पेड़ से बताया जाता है, ऐसे में जिन लोगों का लोगों का जन्म धनिष्ठा नक्षत्र में हुआ हो उन्हें आज के दिन शिव की पुजा के साथ-साथ शमी के पेड़ की पुजा भी करनी चाहिए और ध्यान रखना चाहिए कि आपके द्वारा शमी के पेड़ या पत्तियों को को किसी प्रकार का नुकसान न पहुंचाएं।  

आयुष्मान योग आयुष्यमान भव एक तरह का आशीर्वाद है, जिसे बड़े लोग छोटों को आयुष्यमान भव: कहकर आशीर्वाद देते हैं, यह आशीर्वाद लंबी आयु के लिए अपने प्रियजनों को दिया जाता है। ठीक इसी प्रकार ज्योतिष में आयुष्मान योग है जिसमें किए गए कार्य लंबे समय तक शुभ फल देते रहते हैं, इस शुभ योग में किसी भी तरह की पुजा करना या कोई भई शुभ काम करने का  असर जीवनभर बना रहता है। 

इस शुभ योग और नक्षत्र में शिव की पुजा करने से क्या होगा लाभ 

सावन (Sawan 2025) के पहले सोमवार पर पड़ रहे इन धनिष्ठा नक्षत्र और आयुष्मान योग के इस शुभ संयोग में अगर आप पूरे विधि-विधान से शिव पार्वती की पुजा करते है और सावन के सोमवार का व्रत रखते है, तो विभिन्न शुभ फलों की प्राप्ति होती है जैसे बच्चे के विवेक में जागरूकता आती है, जिंदगी में नयापन का एहसास होता है, जोश और होश को दुरुस्त रहते हैं, भय दूर होता है, धन-सम्पदा में बढ़ोतरी होता है, उधार पर दिया हुआ पैसा वापस आ सकता है, करियर में आ रही दिक्कतों से छुटकारा मिल सकता है, दाम्पत्य संबंधों की खुशहाली बनी रहेगी, रिश्ते में मिठास आयेंगी, अटका हुआ काम बनेगा, जिंदगी को ताजगी से भरने को मौका मिलेगा और बल, बुद्धि में वृद्धि होगी। 

Disclaimer: इस आलेख में दी गई जानकारियों का हम यह दावा नहीं करते कि ये जानकारी पूर्णतया सत्य एवं सटीक है। पाठकों से अनुरोध है कि इस लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। इन खबर इसकी सत्यता का दावा नहीं करता है।

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