Premanand Ji Maharaj: प्रेमानंद जी महाराज, एक हिंदू तपस्वी और गुरु हैं, जो राधावल्लभ संप्रदाय को मानते हैं. प्रेमानंद जी महाराज अपनी भक्ति, सरल जीवन, और मधुर कथाओं के लिए लोगों में काफी प्रसिद्ध हैं. हर रोज लोग उनके कार्यक्रम में शामिल होते हैं जहां वह लोगों के सवालों के जवाब देते हैं.हजारों लोगों को आध्यात्मिक मार्गदर्शन देते हैं. उनके प्रवचन, जो दिल को छू जाते हैं, ने उन्हें बच्चों और युवाओं सहित विभिन्न आयु वर्ग के लोगों के बीच लोकप्रिय बनाया है. प्रेमानंद जी महाराज नाम जप करने के लिए के लिए लोगों को प्रेरित करते हैं और साफ मन से अपने काम को करें और सच्चा भाव रखें.
हाल में भारतीय क्रिकेटर विराट कोहली और अनुष्का शर्मा एक बार फिर प्रेमानंद जी महाराज के आश्रम पहुंचे और महाराज के दरबार में हाजरी लगाई. इस लेख के जरिए जानें प्रेमानंद जी महाराज के अनमोल वचन और जानें कैसे भगवान को पा लेना ही कैसे जीवन की सफलता है.
हनुमान जी महाराज रावण से बोले कि तेरे पास सब कुछ है केवल विवेक नहीं है, जिनके द्वारा तुझे सब कुछ मिला है, उनकी ही पत्नी का अपह्ररण कर तू सुख चाहता है.
“शंकर सहस विष्णु अज तोही। सकहिं न राखि राम कर द्रोही”
इसका अर्थ है कि हजारों शंकर, हजारों विष्णु मिल जाए तो भी तुझे भगवान राम से द्रोह करने के कारण तेरी रक्षा नहीं कर पाएंगे. यह चौपाई रावण को चेतावनी देते हुए कही गई थी कि राम का विरोध करने वाला कोई नहीं बच सकता, और यह दर्शाती है कि भगवान राम के विरोधियों के लिए कोई शरण नहीं है.
बाद में बंदर रावण की खोपड़ी पर पैर मारते हैं यह हाल देखकर मंदोदरी कहती है,
राम बिमुख अस हाल तुम्हारा, रहा कोउ कुल रोवनिहारा, इस का अर्थ है कि श्रीरामचंद्रजी के विमुख होने से तुम्हारी ऐसी दुर्दशा हुई कि आज कुल में कोई रोने वाला भी रह गया. तो हम उस भगवान को प्राप्त करें, जिससे हमारे जीवन में सफलता है.
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