Maa Durga: शारदीय नवरात्रि का हिंदू धर्म में खास महत्व है. इस समय मां दुर्गा के नौ रूपों की आराधना की जाती है. शास्त्रों के अनुसार नवरात्र में मां दुर्गा के अलग-अलग रूपों को मिठाई, फल और फूल चढ़ाने का खास महत्व है. मां दुर्गा के हर रूप को अलग-अलग फूल प्रिय है. इससे सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है. यही कारण है कि नवरात्रि में फूलों का महत्व साधारण नहीं बल्कि मां दुर्गा का चमत्कार माना जाता है. तो आइए जानते हैं कि किस दिन मां दुर्गा को कौन-सा फूल अर्पित करना चाहिए.
पहला दिन- मां शैलपुत्री को समर्पित है
नवरात्रि की शुरुआत शैलपुत्री की पूजा से होती है. मां शैलपुत्री को सफेद रंग प्रिय है. इसलिए इन्हें सफेद रंग की मिठाई और फूल अर्पित किया जाता है. मां दुर्गा को सफेद कमल चढ़ाना चाहिए. इससे जीवन में शांति और स्थिरता मिलती है.
दूसरा दिन- मां ब्रह्माचारिणी को समर्पित है
नवरात्रि का दूसरा दिन मां ब्रह्मचारिणी को समर्पित है. इन्हें गुलाब और चमेली का फूल प्रिय है. इस फूल को मां को अर्पित करने से आपके जीवन में एकाग्रता बढ़ती है और आप चीजों के बारे में ध्यान से सोच पाते हैं.
तीसरा दिन- मां चंद्रघंटा
साहस और पराक्रम की देवी मां चंद्रघंटा को गेंदे का फूल पसंद है. इसे मां को अर्पित करने से आपको शत्रु पर विजय प्राप्ति होती है.
चौथा दिन- मां कूष्मांडा को समर्पित है
देवी कूष्मांडा को गुड़हल का फूल अर्पित करने से आरोग्य और दीर्घायु का वरदान मिलता है.
पांचवां दिन- मां स्कंदमाता
संतान सुख की दात्री स्कंदमाता को कमल का फूल बेहद पसंद है. इसे अर्पित करने से निसंतान दंपत्ति को संतान सुख की प्राप्ति होती है.
छठा दिन- मां कात्यानी
कन्या रूपी कात्यानी को कंदब का फूल अर्पित करना चाहिए. इससे आपको योग्य जीवनसाथी की प्राप्ति होती है.
सातवां दिन- मां कालरात्रि
मां कालरात्रि को अकांव या रातरानी का फूल बहुत प्रिय है. इससे नकारात्मक ऊर्जा और भय दूर होता है.
आठवां दिन- मां महागौरी
महागौरी को पवित्रता और सौंदर्य की प्रतीक माना जाता है. श्रद्धालु जब उन्हें मोगरे या गुलाबी रंग के पुष्प अर्पित करते हैं तो जीवन में सुख-समृद्धि आती है और इच्छाएँ पूर्ण होने लगती हैं.
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नौवां दिन- मां सिद्धिदात्री
नवरात्रि के नवें दिन पूजित मां सिद्धिदात्री समस्त सिद्धियों और दिव्य ज्ञान की अधिष्ठात्री देवी हैं. उन्हें नीले कमल या चमेली का फूल चढ़ाना विशेष फलदायी माना गया है. इससे साधक को सफलता प्राप्त होती है और भीतर दिव्यता का अनुभव होता है.
कहा जाता है कि नवरात्रि के दौरान यदि देवी दुर्गा के प्रत्येक रूप की आराधना उनके प्रिय पुष्पों से की जाए तो साधक के जीवन में शांति, सौभाग्य और ऐश्वर्य का प्रवेश होता है. इस बार नवरात्रि में प्रत्येक दिन अलग-अलग फूल अर्पित कर आप भी मां दुर्गा की अपार कृपा पा सकते हैं.

