Dussehra 2025: दशहरा 2 अक्टूबर, गुरुवार को है. इस दिन देश भर में रावण से जुड़ी कई अनोखी और दिलचस्प परंपराएं निभाई जाती हैं. इन परंपराओं के बारे में जानने के लिए आगे पढ़ें…
यहां बंदूक से रावण को गोली मारी जाती है
राजस्थान के उदयपुरवाटी इलाके में, दादू दयाल समुदाय दशहरे पर पहले रावण के पुतले पर बंदूक से गोली चलाते हैं और फिर जलाते हैं. यह परंपरा लगभग 125 साल पुरानी है.
यहां आरती और पूजा की जाती है
राजस्थान के सांगोला गांव में, दशहरे पर रावण का पुतला जलाने के बजाय, लोग उसकी आरती करते हैं और पूजा करते हैं. इस गांव में काले पत्थर से बनी रावण की एक पुरानी मूर्ति भी है.
यहां दिवाली के दौरान जलाया जाता है रावण का पुतला
जहां देश भर में दशहरे पर रावण का पुतला जलाना आम बात है, वहीं राजस्थान के हमीरपुर में यह परंपरा दिवाली के दौरान मनाई जाती है.स्थानीय लोगों के अनुसार, यह परंपरा लगभग 100 साल पुरानी है.
यहां अंतिम संस्कार किया जाता है
राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के बेना कस्बे में दशहरे पर रावण का अंतिम संस्कार किया जाता है और सभी रीति-रिवाजों के साथ उसका दाह संस्कार किया जाता है. कहा जाता है कि यह परंपरा 50 साल पुरानी है.
यहां रावण की मरने पर मनाया जाता है शोक
राजस्थान के जोधपुर जिले के मंडोर गांव में, दशहरे पर रावण का पुतला जलाने के बजाय, लोग उसकी मृत्यु पर शोक मनाते हैं. स्थानीय लोगों का मानना है कि रावण की पत्नी मंदोदरी इसी गांव की थी.