Dhanteras 2025: मान्यता के अनुसार, इस शुभ दिन पर देवी लक्ष्मी अपने सभी भक्तों के घर आती हैं और अपनी कृपा बरसाती हैं. दिवाली से पहले धनतेरस का त्योहार भी धूमधाम से मनाया जाता है. इस वर्ष धनतेरस 2 नवंबर को, छोटी दिवाली 3 नवंबर को और बड़ी दिवाली 4 नवंबर को मनाई जाएगी.
इन दिनों मनाई जाएगी गोवर्धन पूजा और भाई दूज
दिवाली के बाद, 5 नवंबर को गोवर्धन पूजा और 6 नवंबर को भाई दूज मनाई जाएगी. इस पाँच दिवसीय त्योहार के दौरान, सभी लोग देवी लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए विभिन्न उपाय करते हैं. दिवाली की तैयारियाँ कई दिन पहले से शुरू हो जाती हैं. सफाई, रंगाई-पुताई, सजावट, दीये और लाइटिंग आदि सभी काम पहले से ही कर लिए जाते हैं.
धनतेरस खरीदारी के लिए बेहद खास दिन होता है.
धनतेरस को बेहद शुभ दिन माना जाता है. इस दिन खरीदारी का विशेष महत्व होता है. कहा जाता है कि इस दिन खरीदारी बेहद शुभ होती है. ज़्यादातर लोग सोना-चांदी तो खरीदना भूल जाते हैं, लेकिन कई जरूरी चीज़ों का ध्यान रखना भूल जाते हैं. अगर आपने अभी तक तय नहीं किया है कि इस धनतेरस पर आपको क्या खरीदना चाहिए, तो आपको इस लिस्ट पर एक नजर जरूर डालनी चाहिए. प्राचीन मान्यताओं के अनुसार, धनतेरस पर देवी लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए ये तीन चीजें जरूर खरीदनी चाहिए.
धनतेरस पर करें ये खास उपाय(Dhanteras Upay)
- अगर आप सोना-चांदी खरीद सकते हैं, तो जरूर खरीदें. हालांकि, अगर आप सोने या चांदी के गहने नहीं खरीद सकते, तो आप एक छोटा चम्मच भी खरीद सकते हैं. इस चम्मच को अपना आशीर्वाद मानें और इसे अपनी नियमित पूजा में शामिल करें. इससे आपकी समृद्धि बढ़ेगी.
- ज्यादातर लोग धनतेरस पर सोना-चांदी खरीदने के बारे में जानते हैं, लेकिन शायद उन्हें यह नहीं पता होगा कि इस दिन धनिया खरीदने की भी परंपरा है. इस दिन धनिया खरीदना बहुत शुभ माना जाता है. इसे समृद्धि का प्रतीक माना जाता है.
- लक्ष्मी पूजा के दौरान देवी लक्ष्मी को धनिया अर्पित करना चाहिए और पूजा के बाद इन्हें किसी गमले या बगीचे में बो देना चाहिए. कुछ बीजों को गोमती चक्र के साथ अपनी तिजोरी में रखना भी लाभकारी होता है.
- धनतेरस पर विवाहित स्त्रियों को सोलह श्रृंगार का सामान देना शुभ माना जाता है. लाल साड़ी और सिंदूर देना भी शुभ माना जाता है, जिससे देवी लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं.
- इस दिन कुछ भी खरीदना अनिवार्य नहीं है. हालांकि, इस दिन एल्युमीनियम या कांच के बर्तन खरीदने से बचें. ये राहु से संबंधित माने जाते हैं और इन्हें घर लाने का मतलब है कि आपने देवी लक्ष्मी के आगमन से पहले ही राहु को अपने घर में आमंत्रित कर लिया है.
- धनतेरस पर दीपदान करना अत्यंत शुभ और फलदायी होता है. दरिद्रता दूर करने के लिए, धनतेरस की शाम को अपने पूजा कक्ष में एक अखंड दीपक जलाएँ और इसे दिवाली की रात तक जलाते रहें. यदि यह दीपक भैया दूज तक जलता रहे, तो घर के सभी वास्तु दोष दूर हो जाते हैं.
- घर के उत्तर-पूर्व कोने में गाय के घी से भरा दीपक जलाएँ. बत्ती के लिए रुई की जगह लाल धागे का प्रयोग करें. दीपक में थोड़ी सी केसर भी डालें.
- घर में तेल का दीपक जलाएं और उसमें दो काले मोती डालें. धूप-दीप से पूजन करने के बाद, उसे घर के मुख्य द्वार पर अनाज के ढेर पर रख दें. साल भर आर्थिक समृद्धि बनी रहेगी. ध्यान रहे कि दीपक रात भर जलता रहे, बुझना नहीं चाहिए.

