Bhai Dooj 2025: दीपावली के तुरंत बाद मनाया जाने वाला भाई दूज प्यार, अपनापन और सुरक्षा का प्रतीक त्योहार है. इस साल ये त्योहार 23 अक्टूबर, गुरूवार के दिन मनाया जाएगा. इस दिन बहनें अपने भाइयों के माथे पर तिलक लगाकर उनके दीर्घायु और सुखद जीवन की कामना करती हैं, जबकि भाई अपनी बहनों को उपहार देकर उनके प्रति अपने स्नेह और वचन को व्यक्त करते हैं. यह पर्व केवल तिलक और उपहारों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह उन भावनाओं का दिन है जो भाई-बहन के रिश्ते को और मजबूत बनाता है.
1. पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ मनाएं
भाई दूज को खास बनाने का पहला कदम है इसे पूरे रीति-रिवाजों और श्रद्धा के साथ मनाना. बहनें सुबह स्नान करके पूजा थाल सजाएं, जिसमें अक्षत, रोली, दीपक, मिठाई और नारियल रखें. भाई को तिलक लगाते समय “यम द्वितीया” की कथा अवश्य सुनाएं, क्योंकि यह इस त्योहार की मूल भावना से जुड़ी है.
2. बचपन की यादें ताज़ा करें
भाई दूज के दिन बचपन की कुछ पुरानी यादें साझा करें — जैसे साथ खेलना, एक-दूसरे से झगड़ना या मिलकर त्योहार मनाना. इन यादों को ताज़ा करने से दिलों में अपनापन और भावनात्मक जुड़ाव बढ़ता है.
3. कुछ अनोखा उपहार दें
हर साल की तरह सिर्फ मिठाई या पैसे देने के बजाय कुछ व्यक्तिगत उपहार चुनें. जैसे – बहन के लिए कोई खास गहना, किताब, या हैंडमेड कार्ड और भाई के लिए कोई यादगार चीज़ जो उसे हमेशा आपकी याद दिलाए.
4. साथ में समय बिताएं
भाई दूज को और यादगार बनाने के लिए केवल तिलक तक सीमित न रहें. पूरे दिन को परिवार के साथ बिताएं – साथ में खाना बनाएं, फिल्म देखें या किसी आउटिंग पर जाएं. याद रखिए, सच्चा उपहार समय और साथ है.
Bhai Dooj 2025: अगर भाई पास न हो, तो ऐसे करें पूजा – जानिए सही तरीका और शुभ मुहूर्त
5. डिजिटल सरप्राइज़ दें
अगर आपका भाई या बहन दूर रहता है तो वीडियो कॉल के ज़रिए वर्चुअल तिलक करें. ऑनलाइन गिफ्ट या डिजिटल कार्ड भेजकर भी आप इस दिन को खास बना सकते हैं.
भाई दूज का असली अर्थ है — प्यार, भरोसा और जीवनभर की रक्षा का वचन. इसे केवल एक रिवाज़ न मानें, बल्कि इसे अपने रिश्ते की खूबसूरती का उत्सव बनाएं. जब आप दिल से इस दिन को मनाएंगे, तो यह भाई दूज आपके जीवनभर की यादों में अमर हो जाएगा.

