Women Orgasm Timiming: भारत के कादवे इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज की एक टीम ने एक अध्ययन किया. यह अध्ययन द जर्नल ऑफ सेक्सुअल मेडिसिन में प्रकाशित हुआ था. यह अध्ययन स्पष्ट रूप से ‘ऑर्गेनिक लेटेंसी’ को सफलतापूर्वक मापने वाला पहला अध्ययन है, जो उत्तेजना की शुरुआत और अंततः ऑर्गेज्म तक पहंचने के बीच के अंतर को परिभाषित करता है. इस अध्ययन से पता चला कि लड़कियों को ऑर्गेज्म का औसत समय 13 मिनट 25 सेकंड का है.
अध्ययन में कितने लोगों ने लिया भाग
इस अध्ययन में 21 देशों की कुल 645 महिलाओं ने भाग लिया. सभी महिलाएं पुरुषों के साथ संबंधों में थीं चाहे वे विवाहित हों या किसा के साथ लंबे समय से संबंधों में.इस अध्ययन का एक चौकाने वाला विषय यह था कि जिन छह महिलाओं को चरमसुख प्राप्त हुआ, उनमें से एक ने ऐसा तब किया जब संभोग योनि प्रवेश के बिना हुआ था. दरअसल, ज़्यादातर महिलाओं ने बार-बार स्वीकार किया कि जब उन्हें मुख मैथुन के जरिए यौन सुख मिला, तो वे ज्यादा उत्तेजित और चरमसुख के करीब महसूस करती थीं. और जिन महिलाओं ने लिंग संभोग के जरिए चरमसुख प्राप्त किया, उनमें से दस में से नौ ने तब किया जब उनका पुरुष साथी उनके ऊपर था, न कि जब वे उनके ऊपर थीं.
पोजीशन है फायदेमंद
ऐसा लगता है कि जब आप सचमुच अपने साथी को यौन रूप से संतुष्ट करना चाहते हैं, तो पोजीशन को चेंज करना ज्यादा फायदेमंद होता है. अगर आप चाहते हैं कि आपकी महिला साथी को वास्तव में चरमसुख मिले.जो महिलाएं पहले या तो अपने साथी को शर्मिंदा नहीं करना चाहती थीं या उन्हें लगता था कि वे इसे कभी हासिल नहीं कर पाएंगी, उन्होंने अब यह दिखावा करना बंद कर दिया है. और अगर इसे अपने साथी के लिए उतना ही बेहतर बनाने का कोई तरीका है जितना कि यह आपके लिए है, तो एक तरीका यह है कि सेक्स के दौरान कम से कम 13 मिनट तक जोर लगाते रहें. इससे उसे निश्चित रूप से वह ‘कठिन समय’ मिलेगा जो वह आपसे चाहती है.