नींद की कमी या इंसोम्निया आजकल बहुत आम समस्या बन गई है। तनाव, अनियमित दिनचर्या और मोबाइल-लैपटॉप का ज़्यादा इस्तेमाल इसकी बड़ी वजह तो है ही, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि इसके पीछे पोषण की कमी भी जिम्मेदार हो सकती है। खासकर, कुछ विटामिन्स की कमी हमारे शरीर के नींद से जुड़े हार्मोन और दिमागी गतिविधियों को सीधे प्रभावित करती है।
विटामिन D और नींद का कनेक्शन
सबसे पहले बात करें विटामिन D की। रिसर्च में पाया गया है कि जिन लोगों के शरीर में विटामिन D की कमी होती है, उन्हें रात में नींद आने में परेशानी होती है। विटामिन D हमारे मूड और मेलाटोनिन (Melatonin) हार्मोन के स्तर को संतुलित रखता है। मेलाटोनिन ही वह हार्मोन है जो शरीर को सोने का संकेत देता है।
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विटामिन B12 का असर
इसी तरह विटामिन B12 की कमी भी नींद पर असर डालती है। यह विटामिन दिमागी स्वास्थ्य और तंत्रिका तंत्र (nervous system) को दुरुस्त रखता है। इसकी कमी से व्यक्ति को थकान, चिड़चिड़ापन और स्लीप साइकल (sleep cycle) में गड़बड़ी हो सकती है।
मैग्नीशियम और नींद की गुणवत्ता
हालांकि यह विटामिन नहीं बल्कि मिनरल है, लेकिन नींद की क्वालिटी से इसका गहरा रिश्ता है। अगर शरीर में मैग्नीशियम की कमी हो जाए, तो मांसपेशियों में तनाव और बेचैनी बढ़ जाती है, जिससे नींद टूट-टूट कर आती है।
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कैसे पाएं राहत?
• धूप लें: विटामिन D के लिए रोज़ाना सुबह की धूप में 15–20 मिनट जरूर बैठें।
• संतुलित आहार: दूध, दही, अंडे, फिश, हरी सब्जियां और नट्स डाइट में शामिल करें।
• सप्लीमेंट्स: अगर कमी ज्यादा है, तो डॉक्टर की सलाह से विटामिन सप्लीमेंट लिए जा सकते हैं।
• स्क्रीन टाइम कम करें और सोने से पहले रिलैक्सेशन एक्सरसाइज करें।
Disclaimer: इनखबर इस लेख में सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए बता रहा हैं। इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

