Lava Hill Station: इस मौसम में हर कोई पहाड़ों पर जाना चाहता है, लेकिन अच्छी खासी भीड़ होने की वजह से लोगों को शांति चाहिए होती है वो आज कल ज्यादातर हिल स्टेशनों पर नहीं मिल पा रही है। इस वजह से लोग अपना मन मारकर घर पर रहते हैं और प्लान कैंसल कर देते हैं। लेकिन चिंता की बात नहीं हैं। हम आपको एक ऐसे हिल स्टेशन के बारे में बताएंगे, जिसके बारे में ज्यादा लोगों को जानकारी नहीं है।
यहां पर हम लावा हिल स्टेशन की बात कर रहे हैं, जो पश्चिम बंगाल के कलिम्पोंग ज़िले में स्थित एक मनोरम हिल स्टेशन है, जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता, देवदार के जंगलों और धुंध भरे परिदृश्यों के लिए जाना जाता है।
यह प्रकृति प्रेमियों और ट्रेकर्स के लिए एक लोकप्रिय गंतव्य है। यह कलिम्पोंग से लगभग 33 किलोमीटर दूर स्थित है और पश्चिम बंगाल के उन कुछ स्थानों में से एक है जहाँ सर्दियों में बर्फबारी होती है।
कोहरे से लिपटी पहाड़ी, और हरियाली
लावा हिल स्टेशन अपने खूबसूरत नज़ारों के लिए पश्चिम बंगाल के स्थानीय लोगों के बीच बेहद मशहूर है। लावा हिल स्टेशन की सबसे खास बात इसकी हरियाली है। सुबह जब पहाड़ी कोहरे में लिपटी होती है और सूरज की पहली किरण दिखाई देती है, तो हर कोई उन नज़ारों को देखकर मंत्रमुग्ध हो जाता है। यह जगह उन लोगों के लिए एकदम सही है जो शहर के शोरगुल से दूर शांति की तलाश में हैं।
कई लोग यहाँ अपनी प्री-वेडिंग फोटोशूट के लिए भी आते हैं। लावा की पहली झलक ही लोगों का दिल जीत लेती है। यह जगह लगभग हर समय बादलों और ओस से घिरी रहती है। इस जगह की पहचान हरे-भरे पेड़, पहाड़ और पक्षियों की चहचहाहट है जो लोगों को प्रकृति से जोड़ती है।
बर्ड लवर और ट्रैकिंग करने वालों के लिए स्वर्ग
पक्षी प्रेमियों और ट्रैकिंग के लिए यह जगह किसी स्वर्ग से कम नहीं है। आस-पास कोई बड़ा होटल नहीं है। यहाँ पहुँचकर आप यहाँ के होमस्टे में ठहर सकते हैं। यहाँ रहकर आप यहाँ की संस्कृति और खान-पान का आनंद ले सकते हैं। यहाँ की स्थानीय संस्कृति बेहद प्यारी और खूबसूरत है। लावा की खूबसूरत सुबह किसी फिल्म के सीन से कम नहीं है।
जब पेड़ों और पहाड़ों के बीच से सूरज उगता हुआ दिखाई देता है, तो पूरी घाटी सुनहरी हो जाती है। कई लोग इस पल को अपने कैमरों में कैद करना चाहते हैं। यहाँ कई तरह की साहसिक गतिविधियाँ उपलब्ध हैं जिनका लोग आनंद ले सकते हैं। यह जगह ट्रैकिंग के शौकीनों के लिए एकदम सही मानी जाती है।