How To Increase Male Performance: 30 की उम्र के बाद पुरुषों के शरीर में कई हार्मोनल बदलाव शुरू हो जाते हैं.। लाइफस्टाइल की छोटी-छोटी गलत आदतें जैसे जंक फूड का ज्यादा सेवन, कम नींद, स्ट्रेस सीधे मर्दाना ताकत और स्टैमिना पर असर डाल सकती हैं. इसलिए इस उम्र में पुरुषों के लिए शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों को मजबूत बनाए रखना बेहद जरूरी है. इस दौरान सबसे महत्वपूर्ण है सही डाइट. प्रोटीन, हेल्दी फैट्स और आवश्यक विटामिन्स से भरपूर आहार टेस्टोस्टेरोन लेवल को संतुलित रखता है और ऊर्जा बढ़ाता है। अंडा, एवोकाडो, कद्दू के बीज, मछली और हरी सब्ज़ियां इस मामले में बेहद मददगार होती हैं।.सिर्फ डाइट ही काफी नहीं है, नियमित व्यायाम और योग भी बहुत अहम हैं। कार्डियो एक्सरसाइज ब्लड फ्लो बढ़ाता है, जिससे मसल्स और ऑर्गेनिक सिस्टम बेहतर काम करता है. स्ट्रेंथ ट्रेनिंग मसल मास और शक्ति बढ़ाने में मदद करती है, जबकि योग और मेडिटेशन मानसिक तनाव को कम कर सेक्सुअल परफॉर्मेंस और एकाग्रता दोनों में सुधार लाते हैं.
हेल्दी और बैलेंस्ड डाइट
30 के बाद शरीर का मेटाबॉलिज्म धीरे-धीरे कम होने लगता है और पोषण की कमी सीधा असर मर्दाना ताकत पर डाल सकती है। इस उम्र में आपको डाइट में प्रोटीन, हेल्दी फैट्स, और कॉम्प्लेक्स कार्ब्स का सही संतुलन रखना चाहिए।
नियमित एक्सरसाइज
30 के बाद मसल मास धीरे-धीरे घटने लगता है, जिससे कमजोरी और थकान महसूस होने लगती है। इसे रोकने के लिए हफ्ते में कम से कम 4-5 दिन 30-40 मिनट एक्सरसाइज जरूरी है। स्ट्रेंथ ट्रेनिंग (वेट लिफ्टिंग, पुश-अप्स, स्क्वैट्स) मसल्स को मजबूत बनाती है और टेस्टोस्टेरोन लेवल बढ़ाती है।
पर्याप्त नींद
अच्छी नींद मर्दाना ताकत के लिए उतनी ही जरूरी है जितनी डाइट और एक्सरसाइज। नींद के दौरान शरीर टेस्टोस्टेरोन और ग्रोथ हार्मोन बनाता है, जो ताकत और मसल्स के लिए जरूरी हैं। हर दिन कम से कम 7-8 घंटे की नींद लें। रात को सोने से पहले मोबाइल, लैपटॉप और टीवी से दूरी बनाएं ताकि ब्लू लाइट नींद में बाधा न डाले।
तनाव को कंट्रोल करें
30 के बाद जिम्मेदारियां बढ़ने के साथ तनाव भी बढ़ जाता है, जो कोर्टिसोल हार्मोन को बढ़ाकर टेस्टोस्टेरोन को कम कर सकता है। रोजाना 15-20 मिनट मेडिटेशन, डीप ब्रीदिंग या प्राणायाम करने से तनाव काफी कम होता है।
स्मोकिंग और अल्कोहल से दूरी
स्मोकिंग और ज्यादा शराब पीना ब्लड फ्लो और हार्मोन प्रोडक्शन को खराब करता है, जिससे कमजोरी और स्टैमिना में कमी आती है। धूम्रपान से स्पर्म क्वालिटी भी घटती है और यौन स्वास्थ्य पर नकारात्मक असर पड़ता है।
हेल्दी वेट
अत्यधिक वजन बढ़ना (ओबेसिटी) टेस्टोस्टेरोन लेवल को घटाता है और स्टैमिना पर नकारात्मक असर डालता है। ज्यादा फैट खासकर पेट के आसपास जमा होने से हार्मोनल असंतुलन होता है और ब्लड फ्लो भी कम हो जाता है, जो मर्दाना ताकत के लिए जरूरी है।