मेकअप का सबसे खूबसूरत हिस्सा होता है हाइलाइटर, क्योंकि यही आपके चेहरे पर ग्लो और शाइन लाता है लेकिन जरा सी गलती इसे ग्लोइंग लुक से सीधे ऑयली और असमान बना देती है. कई बार लोग सही जगह या सही मात्रा में हाइलाइटर नहीं लगाते, जिससे मेकअप का पूरा बैलेंस बिगड़ जाता है, अगर आप चाहती हैं कि आपका चेहरा नेचुरली दमकता दिखे, तो यह जानना जरूरी है कि हाइलाइटर लगाते समय कौन-कौन सी गलतियां नहीं करनी चाहिए और सही तरीका क्या है.
गलत जगह लगाने से बिगड़ जाता है पूरा लुक
हाइलाइटर का मकसद चेहरे के उन हिस्सों को उभारना है जहां रोशनी स्वाभाविक रूप से पड़ती है लेकिन अगर आप इसे गालों की बजाय पूरे चेहरे पर फैला दें, तो स्किन ऑयली और पसीनेदार लग सकती है. हाइलाइटर सिर्फ नाक की हड्डी, गाल की हड्डियों, ठोड़ी और भौंहों के नीचे लगाया जाता है, इसे हल्के हाथों से ब्लेंड करना जरूरी है ताकि चेहरा प्राकृतिक रूप से चमके, न कि प्लास्टिक जैसा दिखे.
ज़्यादा मात्रा लगाने से ग्लो नहीं, गलती झलकती है
कई बार जल्दी में या ज्यादा शाइन पाने की चाहत में लोग हाइलाइटर की मात्रा बढ़ा देते हैं लेकिन ज़्यादा लगाने से चेहरा चिपचिपा और असमान दिखने लगता है. हाइलाइटर की थोड़ी सी मात्रा ही काफी होती है, बस उसे अच्छे से ब्लेंड करें, अगर लाइटिंग तेज हो तो यह गलती और भी ज़्यादा उभरकर दिखती है. हमेशा याद रखें ‘कम लेकिन सही जगह’ यही इसका सही मंत्र है.
गलत शेड चुनने से स्किन टोन बिगड़ जाती है
हर स्किन टोन के लिए हाइलाइटर का रंग अलग होता है, अगर आपकी त्वचा गोरी है, तो पर्ल या सिल्वर टोन बढ़िया लगते हैं, जबकि गेहुँआ या डार्क स्किन के लिए गोल्डन या कॉपर शेड परफेक्ट रहते हैं. कई बार लोग अपने स्किन टोन के उल्टा शेड लगा लेते हैं, जिससे चेहरा भद्दा या पाउडरी लगने लगता है इसलिए हाइलाइटर खरीदते वक्त हमेशा अपनी त्वचा के रंग के अनुसार शेड चुनें.
ब्लेंड न करना है सबसे आम गलती
हाइलाइटर लगाने के बाद इसे ब्लेंड करना बेहद जरूरी है, अगर आप इसे सीधे ब्रश से लगाकर छोड़ देंगी, तो चेहरा पैचदार और असमान लगेगा. हाइलाइटर को हल्के स्पंज या फिंगरटिप से टैप करके ब्लेंड करें ताकि यह स्किन में नेचुरली घुल जाए, इससे ग्लो अंदर से आता हुआ लगता है, न कि ऊपर चढ़ा हुआ.