मनीष मेहता की रिपोर्ट, Jharkhand News: झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र का आज आखिरी दिन सदन के भीतर और बाहर दोनों जगह माहौल गर्म दिखा। मुख्य विपक्षी दल भाजपा ने राज्य सरकार के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया। इसी बीच भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने झारखंड सरकार पर सीधा हमला बोला और तुष्टिकरण की राजनीति का आरोप लगाया।
नाम बदलने पर साधा निशाना
मरांडी ने सरकार के हालिया फैसलों पर सवाल उठाते हुए कहा कि, “अटल क्लीनिक का नाम बदलकर मदर टेरेसा एडवांस क्लीनिक और डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय का नाम बदलकर वीर बुद्धू भगत विश्वविद्यालय कर दिया गया। यह बिल्कुल अनुचित है। उन्होंने कहा कि झारखंड राज्य का गठन पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के कारण संभव हो पाया था। ऐसे में अटल क्लीनिक का नाम बदलना उनके योगदान का अपमान है। मरांडी ने यह भी कहा कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी एक प्रख्यात शिक्षाविद और राजनीतिज्ञ थे, जिन्होंने देश की एकता के लिए बलिदान दिया। उनके नाम पर विश्वविद्यालय का नाम बदलना दुर्भाग्यपूर्ण है।
भाजपा का विरोध जारी
भाजपा नेता ने कहा कि अगर सरकार किसी योजना या संस्थान का नाम बदलना ही चाहती थी, तो उसे किसी और महापुरुष के नाम पर रखा जा सकता था। लेकिन इस तरह से राजनीतिक उद्देश्य से नाम बदलना तुष्टिकरण की राजनीति का उदाहरण है। विधानसभा सत्र के दौरान भाजपा विधायकों ने नारेबाजी करते हुए सरकार से जवाब मांगा। वहीं मरांडी ने साफ कहा कि भाजपा इस मुद्दे को जनता के बीच लेकर जाएगी और राज्य सरकार की नीतियों का विरोध जारी रखेगी।
वोटर लिस्ट में गड़बड़ी का आरोप
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के पटना दौरे पर प्रतिक्रिया देते हुए मरांडी ने कहा कि झारखंड में वोटर लिस्ट में विदेशी नाम जोड़े जा रहे हैं। उन्होंने मांग की कि विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण (SSR) निष्पक्ष तरीके से हो ताकि फर्जी वोटरों को हटाया जा सके।

