Rahul Gandhi: कांग्रेस नेता राहुल गांधी के वकील ने उनसे बिना पूछे कोर्ट में यह आवेदन दाखिल कर दिया कि राहुल गांधी को वादी से जान का खतरा है. जी हाँ इससे पहले इस खबर ने बहुत ही तूल पकड़ी जिसमें कहा जा रहा था कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को जान का खतरा है. लेकिन अब राहुल गांधी के वकील ने यू टर्न ले लिया है और आवेदन वापस लेने की बात कही है और यह बताया है कि उन्होंने राहुल गांधी से बिना पूछे यह आवेदन दाखिल किया था. वकील के अनुसार राहुल गांधी ने इस आवेदन पर असहमति व्यक्त की है। इसलिए वह गुरुवार को कोर्ट में पेश यह आवेदन वापस ले लेंगे। आखिरकार ये सब माजरा क्या है राहुल गांधी के वकील ने कोर्ट में क्या कहानी सुनाई? आइये आपको बताते हैं.
दरअसल राहुल गांधी के विरुद्ध ने पुणे की विशेष एमपी/एमएलए अदालत में स्वातंत्र्य वीर सावरकर के पौत्र सात्यकि सावरकर ने मानहानि का मुकदमा दायर कर रखा है। इसके बाद बुधवार 13 अगस्त को राहुल गांधी के वकील मिलिंद दत्तात्रेय पवार ने उसी कोर्ट में राहुल गांधी से बिना पूछे एक आवेदन किया और उसमें वादी सात्यकि सावरकर की वंशानुगत पृष्ठभूमि को देखते हुए राहुल गांधी के जान को खतरा बताया।
क्या राहुल गांधी को इनसे है जान का खतरा?
आवेदन में यह भी कहा गया है कि राहुल गांधी की हाल की लड़ाइयों एवं उनके खिलाफ मानहानि मामले में को देखते हुए उनके जान को खतरा है. आपको बता दें कि कोर्ट में इसी साल 29 जुलाई को दिए गए एक लिखित बयान में सात्यकि सावरकर ने यह माना कि उनका मातृपक्ष नाथूराम गोडसे और गोपाल गोडसे जो की महात्मा गांधी की हत्या के मुख्य अभियुक्त का, एवं पितृपक्ष विनायक दामोदर सावरकर का वंशज है। बताते चलें कि सात्यकि सावरकर की माता हिमानी सावरकर नाथूराम गोडसे के भाई गोपाल गोडसे की बेटी थीं और उनका विवाह विनायक दामोदर सावरकर के भतीजे अशोक नारायण सावरकर से हुई था।
वहीँ आवेदन में कहा गया है कि महात्मा गांधी की हत्या कोई कृत्य नहीं था बल्कि यह हत्या आवेग में किया गया. आवेदन में राजनीतिक आंदोलनों का भी उल्लेख किया गया है जो कि इन दिनों राहुल गांधी द्वारा चलाए जा रहे हैं।

