Diwali UNESCO Intangible Heritage List: भारत के लिए बहुत अच्छी खबर है, नई दिल्ली के लाल किले में हुए इंटरगवर्नमेंटल कमेटी के 20वें सेशन के दौरान, दीपावली को UNESCO की इंसानियत की इनटैंजिबल कल्चरल हेरिटेज की रिप्रेजेंटेटिव लिस्ट में ऑफिशियली शामिल कर लिया गया है. UNESCO ने X पर एक पोस्ट में इस डेवलपमेंट को कन्फर्म किया, जिसमें दीपावली को इनटैंजिबल हेरिटेज लिस्ट में एक नए नाम के तौर पर अनाउंस किया गया.
दीपावली सोशल रिश्तों को मजबूत करती है – UNESCO
UNESCO ने कहा कि दीपावली सोशल रिश्तों को मजबूत करती है, पारंपरिक कारीगरी को सपोर्ट करती है, सेहत को बढ़ावा देती है और कई सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स में योगदान देती है, जिसमें रोजी-रोटी में मदद, जेंडर इक्वालिटी और कल्चरल एजुकेशन शामिल हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस अनाउंसमेंट का स्वागत करते हुए कहा कि भारत और विदेश में लोग इस पहचान से बहुत खुश हैं.
दीपावली हमारी संस्कृति और मूल्यों से बहुत करीब से जुड़ी हुई – PM मोदी
UNESCO की पोस्ट के जवाब में PM मोदी ने कहा, “भारत और दुनिया भर के लोग बहुत खुश हैं. हमारे लिए, दीपावली हमारी संस्कृति और मूल्यों से बहुत करीब से जुड़ी हुई है. यह हमारी सभ्यता की आत्मा है. यह रोशनी और नेकी का प्रतीक है. दीपावली को UNESCO की इनटैन्जिबल हेरिटेज लिस्ट में शामिल करने से इस त्योहार की दुनिया भर में लोकप्रियता और बढ़ेगी. प्रभु श्री राम के आदर्श हमें हमेशा रास्ता दिखाते रहें.”
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भारतीयों के लिए गर्व का पल – VP सी. पी. राधाकृष्णन
वाइस-प्रेसिडेंट सी. पी. राधाकृष्णन ने भी कहा कि यह भारतीयों के लिए गर्व का पल है और उन्होंने एकता को बढ़ावा देने में दीपावली की भूमिका पर ज़ोर दिया. उन्होंने कहा, “UNESCO की इनटैन्जिबल कल्चरल हेरिटेज लिस्ट में दीपावली को शामिल करने पर मुझे बहुत खुशी हुई. यह ग्लोबल पहचान हर भारतीय के लिए गर्व का पल है.
8 से 13 दिसंबर तक हुए छह दिन के कमिटी सेशन में जिन 67 नॉमिनेशन को देखा गया, उनमें से दीपावली भी एक थी. भारत की एंट्री संगीत नाटक अकादमी ने प्रैक्टिशनर्स, कारीगरों, खेती करने वाले समुदायों, डायस्पोरा ग्रुप्स, खास ज़रूरतों वाले लोगों, ट्रांसजेंडर समुदायों और कल्चरल ऑर्गनाइज़ेशन्स के साथ अच्छी तरह सलाह-मशविरा करके तैयार की थी.
BREAKING: Diwali is now officially recognised on UNESCO’s Representative List of the Intangible Cultural Heritage of Humanity! 🪔 ✨
A proud moment for India! 🇮🇳#UNESCO #Diwali pic.twitter.com/3C01M3UN9X
— Ministry of Information and Broadcasting (@MIB_India) December 10, 2025
भारत ने UNESCO के इस कदम का किया स्वागत
इस डेवलपमेंट पर रिएक्शन देते हुए, यूनियन कल्चर मिनिस्टर गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि यह फैसला एक ऐसी परंपरा को मानता है जिसका भारतीयों के लिए गहरा इमोशनल महत्व है. उन्होंने कहा कि दीपावली पीढ़ियों से मनाई जाती रही है और यह जीती-जागती विरासत का एक जीवंत प्रतीक बनी हुई है. न्यूज़ एजेंसी PTI के मुताबिक शेखावत ने कहा, “यह UNESCO टैग एक ज़िम्मेदारी भी है; हमें यह पक्का करना होगा कि दीपावली जीती-जागती विरासत बनी रहे.”