Shahjahanpur Crime News: उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में डेढ़ दर्जन से ज़्यादा लड़कियों को अपने जाल में फंसाने वाले एक लव जिहादी का मामला सामने आया है। चौक कोतवाली क्षेत्र में रहने वाली एक लड़की ने मोहम्मद नवीद उर्फ कासिब पठान पर फर्जी पहचान के ज़रिए प्यार में फंसाने, बलात्कार, ब्लैकमेलिंग, जबरन गर्भपात और धर्म परिवर्तन का दबाव बनाने जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं। इस सनसनीखेज मामले ने जिले में हड़कंप मचा दिया है।
लड़की के मुताबिक, दो साल पहले उसकी मुलाक़ात फेसबुक और इंस्टाग्राम पर ‘शिव वर्मा’ नाम की फ़र्ज़ी आईडी से कासिब पठान से हुई थी। कासिब ने ख़ुद को हिंदू बताकर, माथे पर तिलक लगाकर, हाथ में काला धागा पहनकर और देवी-देवताओं की कसमें खाकर उसका विश्वास जीत लिया। लड़की का आरोप है कि आरोपी ने शादी का झांसा देकर उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए और फिर हिडन कैमरे से वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करने लगा।
सिंजई मोहल्ले में किराए के कमरे में बलात्कार
शिकायत पत्र के अनुसार, आरोपी ने मोहल्ला सिंजई में किराए का एक कमरा लिया और वहाँ शिव वर्मा बनकर लड़की के साथ जबरन संबंध बनाता रहा। एक दिन मोबाइल की जाँच से पता चला कि कासिब, उसका भाई कैफ और एक अन्य युवक अखिल (फिरोज उर्फ गुड्डू का बेटा) हिंदू लड़कियों को प्रेम जाल में फँसाकर उनका धर्म परिवर्तन और यौन शोषण करने की साजिश रच रहे थे। आरोपी के फोन में कई अन्य लड़कियों की आपत्तिजनक तस्वीरें और वीडियो भी मिले।
गर्भपात और धर्म परिवर्तन का दबाव, जान से मारने की धमकी
पीड़िता ने यह भी बताया कि जब वह गर्भवती हुई, तो आरोपी कासिब, उसके भाई, पिता, बहन और माँ – सभी ने मिलकर उस पर गर्भपात का दबाव बनाया। जब उसने विरोध किया, तो आरोपी ने उसके पेट में लात मारी, जिससे तीन महीने का गर्भ गिर गया। इसके बाद उसे जबरन इस्लाम धर्म अपनाने और रखैल की तरह रहने के लिए कहा गया। मना करने पर उसे जान से मारने की धमकी भी दी गई।
हिंदू संगठनों का प्रदर्शन, पुलिस पर लापरवाही का आरोप
मामला सामने आने के बाद कई हिंदू संगठनों ने थाने के बाहर प्रदर्शन किया और पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप लगाया। प्रदर्शनकारियों ने इसे “लव जिहाद” की सुनियोजित साजिश बताया और सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की।
स्थानीय लोगों ने कहा- निष्पक्ष जांच हो, न्याय मिले
स्थानीय निवासियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने मांग की है कि मामले की निष्पक्ष और उच्चस्तरीय जांच हो और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिले ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।