Health Ministry: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मोटापे के खिलाफ एक और कदम बढ़ाया है। सरकारी कार्यालय और सार्वजनिक संस्थानों में सिगरेट की तरह अब तेल और चीनी की मात्रा के बोर्ड लगाए जाएंगे। इसका मकसद लोगों के फेवरेट समोसे, कचौरी, पिज्जा, पकौड़े, केले के चिप्स, और चॉकलेट पेस्ट्री में मौजूद चीनी और तेल की सही मात्रा के बारे में जानकारी देना है।
स्कूलों में भी लगाए गए पोस्टर
यह निर्णय उस समय आया जब सीबीएसई द्वारा सभी संबद्ध स्कूलों को मई में “शुगर बोर्ड” स्थापित किए गए। ताकि छात्रों को ज्यादा चीनी और तेल के खतरों के बारे में बताया जा सकें। इसी को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने वॉर्निंग साइन लगाने का एक प्लान भी तैयार कर लिया है।
जंक फूड को लेकर वॉर्निंग जारी
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, AIIMS समेत कई केंद्रीय संस्थानों को भी इस तरह के पोस्टर लगाने के लिए दिए गए हैं। इस पोस्टर में साफ-साफ शब्दों में लिखा हुआ हो कि रोज नाश्ता करते समय आप कितना छिपा हुआ फैट और शक्कर ले रहे हैं। ऐसा पहली बार हुआ है जब जंक फूड पर तंबाकू जैसी चेतावनी देने की तैयारी की जा रही है। लोगों के तेल और चीनी की मात्रा के बारे में इस तरह से सचेत किया जा रहा हो। इस लिस्ट में लड्डू से लेकर वड़ा पाव तक शामिल है। जानकारी के मुताबिक कैफे और अन्य सार्वजनिक जगहों पर भी यह वॉर्निंग लगाई जाएगी।
बच्चे भी हो रहे मोटापे का शिकार
देश में बढ़ते मोटापे पर स्वास्थ्य मंत्रालय के आंतरिक दस्तावेज में गंभीर चिंता जताई गई है। अनुमान लगाया जा रहा है कि 2050 तक भारत में 44.9 करोड़ लोग मोटापे से ग्रस्त होंगे। भारत अमेरिका के बाद दूसरा सबसे प्रभावित देश बन जाएगा। फिलहाल, हर पांच में से एक शह वयस्क मोटापे का शिकार है। बच्चों में भी मोटापा फैलता जा रहा है। इसी को लेकर सरकार गहरी चिंता व्यक्त की है।