विजेंदर शर्मा की रिपोर्ट, Rajasthan News: झुंझुनूं जिले में सोमवार तड़के खौफनाक वारदात सामने आई। इंडाली निवासी व RAC कांस्टेबल राजकुमार कांटीवाल ने घरेलू कलह के चलते पत्नी कविता और बेटे पर तलवार से हमला कर दिया। हमले में पत्नी बुरी तरह घायल हो गई, उसकी दो अंगुलियां हाथ से कटकर अलग हो गईं। बेटे की गर्दन पर भी गहरे घाव आए। घटना के बाद राजकुमार रतन शहर रेलवे ट्रैक पर गया और ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली।
सोमवार की वारदात
पुलिस के अनुसार, किसान कॉलोनी स्थित किराए के मकान में अलसुबह करीब 4.30 बजे पति-पत्नी के बीच कहासुनी हुई। गुस्से में राजकुमार ने तलवार से पत्नी और बेटे पर ताबड़तोड़ वार किए। चीख-पुकार सुनकर कॉलोनी के लोग मौके पर पहुंचे और तुरंत पुलिस व एम्बुलेंस को सूचना दी। सुबह 5 बजे कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची। पड़ोसियों ने पुलिस को बताया कि राजकुमार दो दिन पहले ही अपने गांव इंडाली से तलवार लाकर घर में छुपाकर रखा था। इससे साफ जाहिर होता है कि उसने वारदात की योजना पहले से बना रखी थी।
SMS अस्पताल जयपुर रेफर
हमले में पत्नी कविता का हाथ बुरी तरह घायल हुआ और उसकी दो अंगुलियां कटकर अलग हो गईं। बीडीके अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने उसकी गंभीर हालत देखते हुए उसे जयपुर SMS अस्पताल रेफर किया। बेटे की गर्दन पर गहरे घाव हैं और उसका इलाज झुंझुनूं में जारी है। परिजनों के अनुसार, राजकुमार 16 अगस्त को ही RAC की ड्यूटी से छुट्टी लेकर घर आया था। लौटते ही विवाद और तल्खी बढ़ गई। दो दिन तक तनाव का माहौल रहा और फिर सोमवार सुबह यह वारदात हो गई।
20 अगस्त को तलाक की तारीख
पति-पत्नी के बीच पिछले 5 साल से विवाद चल रहा था। मामला कोर्ट तक पहुंच चुका था और 20 अगस्त को तलाक की अगली तारीख थी। पुलिस का मानना है कि इसी तनाव और दबाव ने राजकुमार को हिंसक बना दिया। पत्नी-बेटे पर हमला करने के बाद राजकुमार घर से निकल गया और थोड़ी देर बाद रतन शहर रेलवे ट्रैक पर पहुंचकर ट्रेन के आगे कूद गया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया। कोतवाली थाना पुलिस और सब इंस्पेक्टर सीताराम ओला मौके पर पहुंचे। तलवार जब्त कर ली गई। ओला ने बताया कि शुरुआती जांच में गृह क्लेश और तलाक का दबाव ही वारदात की मुख्य वजह सामने आई है। एक पल के गुस्से ने पूरे परिवार को उजाड़ दिया। पत्नी SMS अस्पताल में जिंदगी की जंग लड़ रही है, बेटा झुंझुनूं में उपचाराधीन है और पति ने आत्महत्या कर ली। यह घटना समाज के लिए भी सबक है कि घरेलू विवाद का हल बातचीत और कानूनी रास्तों से ही निकल सकता है, हिंसा और आत्महत्या से नहीं।

