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Raj Thackeray Video: राज ठाकरे ने MNS को दी बेतुकी नसीहत: बोले- अब पिटाई करते वक्त वीडियो मत बनाना!

"वीडियो मत बनाओ जब मार रहे हो" MNS प्रमुख राज ठाकरे का ये बयान अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। बता दें, उन्होंने अपनी ही पार्टी के कार्यकर्ताओं को हिदायत दी है कि "पिटाई करते समय वीडियो रिकॉर्ड न करें"।

By: Shivanshu S | Last Updated: July 5, 2025 4:48:43 PM IST



Raj Thackeray Video: “वीडियो मत बनाओ जब मार रहे हो” MNS प्रमुख राज ठाकरे का ये बयान अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। बता दें, उन्होंने अपनी ही पार्टी के कार्यकर्ताओं को हिदायत दी है कि “पिटाई करते समय वीडियो रिकॉर्ड न करें”। इस बयान के बाद एक्स पर राज ठाकरे ट्रेंड करने लगा है। यह टिप्पणी उस समय आई जब हाल ही में महाराष्ट्र में मनसे कार्यकर्ताओं द्वारा एक फूड स्टॉल वाले को पीटने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। 

बता दें, स्टॉल मालिक पर आरोप था कि उसने मराठी में बात नहीं की, इसी वजह से उसे थप्पड़ मारा गया। इसके बाद मनसे को भारी आलोचना का सामना करना पड़ा और 7 कार्यकर्ताओं पर केस दर्ज किया गया।

राज ठाकरे का तंज या चेतावनी?

राज ठाकरे ने अपनी पार्टी की मीटिंग में कार्यकर्ताओं से कहा, “जो भी काम करना है करो, लेकिन पागलों की तरह वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर मत डालो। पुलिस को सबूत दे रहे हो क्या?” राज ठाकरे के इस बयान को कई लोगों ने गंभीरता से लिया, तो कुछ ने इसे व्यंग्य के तौर पर देखा। सोशल मीडिया पर लोग पूछ रहे हैं कि क्या वह हिंसा को रोकने की बात कर रहे हैं या बस वीडियो रिकॉर्डिंग से बचने की सलाह दे रहे हैं?

विपक्ष और सोशल मीडिया का हमला

राजनीतिक विरोधियों और सोशल मीडिया यूज़र्स ने इस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। लोगों का कहना है कि हिंसा को रोकने की बात होनी चाहिए थी, न कि उसे छिपाने की। इस घटना के बाद महाराष्ट्र सरकार और सीएम देवेंद्र फडणवीस ने स्पष्ट किया कि “मराठी भाषा पर गर्व करना गलत नहीं, लेकिन भाषा के नाम पर गुंडागर्दी बर्दाश्त नहीं होगी।”

भाईयों ने साझा किया मंच 

करीब दो दशक बाद महाराष्ट्र की राजनीति में एक अहम मोड़ देखने को मिला जब उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे एक ही मंच पर साथ नजर आए। दोनों नेताओं ने एक-दूसरे का स्वागत किया और गले मिलते हुए गर्मजोशी दिखाई। इस दृश्य से शिवसेना (उद्धव गुट) और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के कार्यकर्ताओं में जोश भर गया। शनिवार, 5 जुलाई को मंच साझा करने के बाद उद्धव ठाकरे ने कहा कि अब वह और राज मिलकर मुंबई महानगरपालिका और राज्य की सत्ता पर नियंत्रण हासिल करने के लिए एकजुट होकर काम करेंगे।

वहीं, राज ठाकरे के इस बयान ने एक बार फिर मनसे की कार्यशैली और उनकी भाषा नीति को लेकर बहस छेड़ दी है। सवाल ये उठ रहा है कि क्या नेता हिंसा पर लगाम लगाने की कोशिश कर रहे हैं, या सिर्फ उसका सबूत छिपाने की सलाह दे रहे हैं?

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