Radhika Yadav Murder: हरियाणा की एक होनहार टेनिस खिलाड़ी राधिका यादव की हत्या ने पूरे देश को झकझोर दिया है। राधिका की जान किसी बाहरी हमलावर ने नहीं, बल्कि उसके अपने पिता दीपक यादव ने ही ले ली। वजह जानकर आपका दिल भी दहल उठेगा। बता दें, बेटी की सफलता और समाज की ताने बने मौत की वजह। गुरुग्राम के सेक्टर-57 स्थित सुशांतलोक-2 में रहने वाली राधिका राज्य स्तर की टेनिस खिलाड़ी थीं। उन्होंने टेनिस के कई मुकाबलों में पदक जीते थे। कुछ समय पहले चोट लगने की वजह से उन्होंने पेशेवर खेल से दूरी बना ली और बच्चों को टेनिस सिखाने के लिए एक अकादमी खोल ली थी। जानकारी के मुताबिक, यह फैसला उनके पिता को पसंद नहीं आया।
पिता को चुभती थी समाज की बात
पुलिस जांच में सामने आया है कि राधिका के पिता इस बात से बेहद परेशान थे कि गांव वाले उन्हें बेटी की कमाई पर जीने वाला कहकर ताने देते थे। यही ताने उनके अहंकार पर चोट कर रहे थे और उन्होंने राधिका की टेनिस अकादमी को लेकर नाराज़गी जतानी शुरू कर दी थी। बीते 15 दिनों से पिता-बेटी के बीच लगातार विवाद चल रहा था। गुरुवार को एक मामूली बहस के दौरान गुस्से में आकर पिता दीपक ने अपनी लाइसेंसी रिवॉल्वर निकाली और राधिका की पीठ में तीन गोलियां दाग दीं।
अस्पताल में तोड़ा दम
गंभीर हालत में राधिका को उनके चाचा और भाई ने पास के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन डॉक्टर उसे बचा नहीं पाए और एक मासूम लड़की इस दुनिया को छोड़कर चली गई। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची, एफएसएल और क्राइम टीम ने जांच शुरू की और साक्ष्य जुटाए। पुलिस ने तत्काल आरोपी पिता को गिरफ्तार कर लिया गया है और हत्या में इस्तेमाल हुई रिवॉल्वर भी जब्त कर ली गई है।
दोस्त ने उठाया सवाल
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, राधिका यादव हत्या मामले में आरोपी पिता दीपक यादव को लेकर उनके वजीराबाद गांव के एक करीबी दोस्त ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। दोस्त का कहना है कि दीपक यादव आर्थिक रूप से पूरी तरह सक्षम हैं और उनके पास किसी चीज की कमी नहीं है। उसने बताया कि दीपक के पास गुरुग्राम में कई प्रॉपर्टीज हैं, जिनसे उन्हें हर महीने करीब 15 से 17 लाख रुपये तक किराए की आमदनी होती है।
इसके अलावा, उनके पास एक आलीशान कोठी भी है। इतना ही नहीं, दीपक के पास लाइसेंसी रिवॉल्वर भी है, जो आम लोगों को इतनी आसानी से नहीं मिलती।
दोस्त ने सवाल उठाया कि जब दीपक इतने संपन्न हैं, तो फिर वह क्यों कहेंगे कि वह अपनी बेटी की कमाई पर जी रहे हैं? इस बयान के बाद दीपक की उस दलील पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं जिसमें उन्होंने कहा था कि गांव में लोग ताना मारते थे कि वो बेटी के पैसों पर जी रहे हैं। अब पुलिस इस एंगल से भी जांच कर रही है कि हत्या के पीछे की असली वजह क्या थी।
समाज के तानों ने रच डाली साजिश
राधिका ने अपने दम पर खेल की दुनिया में नाम कमाया था। चोट लगने के बाद भी उन्होंने हार नहीं मानी और दूसरों को सिखाकर आगे बढ़ने की ठानी। लेकिन उनके अपने ही पिता की सोच और समाज की कड़वी बातें उसकी राह का सबसे बड़ा रोड़ा बन गईं। इस घटना के बाद अब सवाल ये उठ था है कि कब तक बेटियों की उड़ान समाज और अपनों की सोच में दम तोड़ती रहेगी?