अक्षय महाराणा की ओडिशा से रिपोर्ट: ओडिशा के क्योंझर ज़िले से एक बेहद चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जिसने सरकारी स्कूलों की सुरक्षा और ज़िम्मेदारी पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। मामला बांसपाल ब्लॉक के अंजर गांव के प्राथमिक विद्यालय का है, जहाँ दूसरी कक्षा की एक बच्ची छुट्टी के बाद गलती से स्कूल में ही छूट गई और पूरी रात अंदर बंद रही।
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रातभर तलाश के बावजूद बच्ची का कोई पता नहीं चला
जानकारी के मुताबिक, गुरुवार को क्लास खत्म होने के बाद सभी बच्चे घर लौट गए, लेकिन यह छात्रा किसी कारणवश कक्षाओं में ही रह गई। शिक्षक और स्टाफ़ ने बिना पूरी तरह जांच किए स्कूल को बाहर से ताला जड़ दिया। मासूम के परिजन देर शाम तक जब उसे ढूंढते रहे और घर न लौटने पर चिंतित हो उठे। रातभर तलाश के बावजूद बच्ची का कोई पता नहीं चला।उधर, स्कूल परिसर में फंसी बच्ची ने जब खुद को अकेला और बंद पाया तो बाहर निकलने की कोशिश की। उसने खिड़की की लोहे की सलाखों के बीच से निकलने का प्रयास किया। उसका शरीर किसी तरह बाहर सरक गया, लेकिन सिर फंस गया। इस संघर्ष में बच्ची घायल हो गई और पूरी रात दर्द व डर से तड़पती रही।
घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर सामने आया
अगली सुबह गांववालों ने बच्ची को खिड़की में फंसा देखा और तुरंत प्रशासन को खबर दी। राहत दल मौके पर पहुँचा और काफी मशक्कत के बाद उसे बाहर निकाला गया। घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर सामने आया है, जिसमें बच्ची की हालत देखकर हर कोई व्यथित हो उठा। घायल छात्रा को तुरंत अस्पताल पहुँचाया गया, जहाँ डॉक्टरों ने बताया कि अब वह खतरे से बाहर है।
दोषियों पर सख्त कार्रवाई की माँग
इस लापरवाही के बाद ग्रामीणों और अभिभावकों में गुस्सा है। लोगों का कहना है कि यदि शिक्षकों ने ज़िम्मेदारी से जाँच की होती, तो यह घटना कभी नहीं घटती। उन्होंने दोषियों पर सख्त कार्रवाई की माँग की है। प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है और भरोसा दिलाया है कि लापरवाही बरतने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।यह घटना न केवल एक बच्ची की जान के लिए खतरा बनी, बल्कि यह भी दर्शाती है कि स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा के प्रति सजगता कितनी ज़रूरी है।

