ओड़िशा से अक्षय महाराणा की रिपोर्ट
Odisha: ओड़िशा के खोर्धा जिले में गुरुवार दोपहर राष्ट्रीय राजमार्ग-16 पर एक बड़ी दुर्घटना टल गई। एक सरकारी “आम बस” में अचानक आग लग गई और देखते ही देखते पूरा वाहन लपटों में घिर गया। हादसा खोर्धा जिले के गड़ाखराडा चौक के पास हुआ। सौभाग्य से बस में सवार सभी यात्री समय रहते सुरक्षित बाहर निकल पाए।
जगतपुर से रामेश्वर की ओर जा रही थी बस
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, यह बस कटक के जगतपुर से रामेश्वर की ओर जा रही थी। रास्ते में अचानक ड्राइवर ने इंजन से धुआं उठते देखा। स्थिति की गंभीरता को भांपते हुए चालक ने तत्काल बस को किनारे लगाया और सभी यात्रियों को तुरंत उतरने के लिए कहा। बस स्टाफ ने भी बिना देर किए यात्रियों की मदद की। लगभग 40 लोगों से भरी बस में अफरा-तफरी मच गई, लेकिन सभी यात्री सुरक्षित बाहर निकलने में सफल रहे।
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कुछ ही मिनटों में बस पूरी तरह आग की लपटों में
यात्रियों के बाहर निकलने के कुछ ही मिनटों में बस पूरी तरह आग की लपटों में घिर गई। मौके पर मौजूद लोगों ने घटना की सूचना फायर ब्रिगेड और पुलिस को दी। थोड़ी देर में तीन दमकल गाड़ियाँ घटनास्थल पर पहुँचीं और करीब आधे घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। हालांकि तब तक बस पूरी तरह जलकर राख हो चुकी थी।
आग लगने से हाईवे पर लंबा जाम लग गया। पुलिस ने ट्रैफिक को नियंत्रित करने के लिए वाहनों को कुछ समय के लिए रोके रखा। आग बुझने के बाद ही यातायात को धीरे-धीरे बहाल किया गया।
बड़ा हादसा हो सकता था
स्थानीय लोगों का कहना है कि आग इतनी तेज थी कि यदि चालक ने सही समय पर सतर्कता न दिखाई होती तो बड़ा हादसा हो सकता था। यात्रियों ने भी ड्राइवर और स्टाफ की समझदारी की सराहना की, जिसकी वजह से सभी की जान बच सकी।
फिलहाल आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है। प्राथमिक अनुमान है कि बस के इंजन में तकनीकी खराबी या शॉर्ट सर्किट से यह हादसा हुआ होगा। प्रशासन ने मामले की जाँच शुरू कर दी है। लोगों की माँग है कि सार्वजनिक परिवहन की बसों की समय-समय पर तकनीकी जाँच हो, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से यात्रियों की जान को खतरा न हो।
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परिवहन व्यवस्था की सुरक्षा पर सवाल
यह घटना एक बार फिर सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था की सुरक्षा पर सवाल खड़े करती है। नियमित निरीक्षण और मरम्मत की व्यवस्था मज़बूत होने से ही ऐसे हादसों पर रोक लगाई जा सकती है।

