नोएडा से अली खान की रिपोर्ट
Noida: जन्माष्टमी पर इस्कॉन नोएडा में उमड़ेगी भक्तों की बयार, पांच लाख से अधिक लोगों के स्वागत की पूरी तैयारी
नोएडा एक अद्भुत नज़ारे का गवाह बनने वाला है। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के पावन पर्व पर इस्कॉन नोएडा मंदिर सिर्फ़ एक धार्मिक स्थल नहीं, बल्कि भक्ति, संस्कृति और उत्सव का विशाल संगम बनने जा रहा है। महीनों की मेहनत के बाद मंदिर परिसर और आसपास का इलाक़ा पूरी तरह तैयार है — हर कोना रोशनी, फूलों और रंग-बिरंगे पंडालों से सजा हुआ है।
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भोग में होगा स्वाद का संगम
इस बार भगवान श्रीकृष्ण के लिए तैयार हो रहे हैं 500 से अधिक व्यंजन। माखन-मिश्री की परंपरा के साथ इटालियन पिज़्ज़ा, लज़ानिया, पास्ता, टैकोज़ जैसी डिशेज़ भी मेन्यू में हैं। वहीं पारंपरिक मिठाइयों — लड्डू, खीर, कचौड़ी और परांठे की खुशबू अलग ही रौनक बिखेरेगी। ये सब 30 से ज्यादा अनुभवी महिलाएं माता यशोदा के भाव में, कीर्तन गाते हुए बना रही हैं।
फूलों और रोशनी से सजा परिसर
मंदिर का मुख्य पंडाल इस बार पूरी तरह वॉटरप्रूफ है, ताकि मौसम के मिज़ाज का उत्सव पर असर न पड़े। गुलाब, चमेली, ऑर्किड, रजनीगंधा जैसे फूलों से सजे प्रवेश द्वार से अंदर प्रवेश करते ही भक्ति की महक महसूस होगी। भगवान को तीन नई पोशाकें और आभूषण पहनाए जाएंगे, जिन्हें भक्तों ने महीनों तक तैयार किया है। सुबह साढ़े चार बजे से मध्यरात्रि तक दर्शन, कीर्तन और प्रसाद वितरण का क्रम चलता रहेगा। शाम 6 बजे से मंच पर श्रीकृष्ण लीलाओं पर आधारित नृत्य-नाटक भी होंगे।
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नोएडा में तीन जगह होगा जश्न
सिर्फ़ सेक्टर-33 ही नहीं सेक्टर-151 स्थित इस्कॉन मंदिर में भी 16 अगस्त को खास आयोजन होगा, जहां जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा जी के लिए नई पोशाकें तैयार हैं। वहीं ग्रेटर नोएडा की यमुना गौर सिटी, जहां देश की सबसे ऊंची श्रीकृष्ण प्रतिमा है, भी भक्तों के आकर्षण का केंद्र रहेगी।
सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम
भीड़ को नियंत्रित करने के लिए यातायात में बदलाव किए गए हैं। एनटीपीसी और गिझौड़ चौक से मंदिर की ओर जाने वाले वाहन डायवर्ट होंगे। पार्किंग एडोब बिल्डिंग और शिल्प हाट में बनाई गई है। 15 अगस्त से कार्यक्रम के अंत तक गिझौड़ से इस्कॉन मंदिर तक का रास्ता बंद रहेगा।
हज़ार हाथ, एक सेवा
पुलिस और प्रशासन के साथ मिलकर 1000 से अधिक सेवादार भक्तों को सुरक्षित, आरामदायक और यादगार अनुभव देने में जुटे हैं।