Accused Rohit Arya: मुंबई के पवई इलाके में गुरुवार को उस समय बड़ा हड़कंप मच गया जब एक व्यक्ति ने अभिनय के ऑडिशन के बहाने आरए स्टूडियो में करीब 17 बच्चों को बंधक बना लिया। आरोपी की पहचान रोहित आर्य के रूप में हुई, जो पुणे का रहने वाला था।
बंधक बनाने की असली वजह
आरोपी रोहित आर्य को एक स्कूल के काम का सरकारी टेंडर मिला हुआ था. जिसमें उसका दावा था कि उसे अपने द्वारा किए गए काम के बकाया पैसे नहीं मिलते हैं. रोहित ने कहा था कि उस पर दो करोड़ रुपये बकाया था, जिसके लिए उसने पहले भी कई बार आंदोलन किया था लेकिन समाधान का हल नहीं हो सका था. ऐसा माना जा रहा है कि बकाया पैसों के विवाद की वजह उसने बच्चों को बंधक बनाने का फैसला लिया था.
बंधक और आरोपी की धमकी
बंधकों में 17 बच्चे, और उनके अलावा दो अन्य लोग जिनमें एक बुजुर्ग भी शामिल थे. फिलहाल, ये सभी सुरक्षित बचा लिए गए हैं. इसके बाद आरोपी रोहित आर्य ने एक वीडियो भी जारी किया था, जिसमें वह धमकी देता हुआ नज़र आया था कि “अगर जिंदा रहा तो मैं यह करूंगा, आपकी तरफ से एक छोटा सा कदम मुझे उकसा देगा और मैं पूरी जगह को आग लगाकर मर जाऊंगा”. इसके अलावा उसने अपनी मांगें नैतिक बताते हुए कहा था कि वह आतंकी नहीं है और न ही उसकी कोई पैसे की मांग है, वह सिर्फ कुछ लोगों से बात करना चाहता था.
पुलिस ऑपरेशन और रोहित की मौत
मुंबई पुलिस को इस घटना के बारे में अभिभावकों से दोपहर 1:45 बजे जानकारी मिली थी. मौके पर क्यूआरटी, विशेष बल और पुलिस के जवान तुरंत ही पहुंच गए. पुलिस ने सबसे पहले बातचीत की कोशिश की, लेकिन जब बात नहीं बनी, तो पुलिस बाथरूम के रास्ते स्टूडियो के अंदर दाखिल हो गई.
सफलतापूर्वक बचाए गए सभी 17 बच्चे
शुरुआत में यह खबर आई कि पुलिस ने रोहित आर्य को गिरफ्तार कर लिया है. लेकिन, बाद में आई खबर के मुताबिक, बच्चों को बचाने के दौरान पुलिस फायरिंग में रोहित आर्य को गोली लगी थी. जब उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया लेकिन इलाज के दौरान डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
कहां तक पहुंची पुलिस की कार्रवाई?
फिलहाल, पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि रोहित आर्य ने ऐसा कदम आखिर उठाया तो क्यों उठाया? और क्या वह वाकई मानसिक रूप से अस्थिर था. घटनास्थल पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों ने जानकारी देते हुए बताया कि ऑडिशन पिछले तीन दिनों से चल रहा था, जिसे रोहित ने आगे बढ़ाया था.