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कांग्रेस को तगड़ा झटका देने वाले हैं उद्धव ठाकरे, स्थानीय निकाय चुनाव से पहले संजय राउत ने दिया बड़ा संकेत

Maharashtra Local Election: महाराष्ट्र में निकाय चुनाव से पहले उद्धव ठाकरे ने कांग्रेस से अलग होकर चुनाव लड़ने के संकेत दिए हैं। संजय राउत ने कहा, "लोगों का मानना ​​है कि महाराष्ट्र के विकास और मराठी मानुष सम्मान के लिए दोनों ठाकरे परिवार को साथ आकर चुनाव लड़ना चाहिए।"

By: Sohail Rahman | Published: July 10, 2025 3:18:16 PM IST



Maharashtra Local Election: महाराष्ट्र में बने नए राजनीतिक समीकरण ने कांग्रेस को अलग-थलग कर दिया है। पूरे देश के लिए इण्डिया गठबंधन और महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी (एमवीए) का हिस्सा कांग्रेस को स्थानीय चुनावों में ‘एकला चलो रे’ का रास्ता अपनाना पड़ सकता है। उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने गुरुवार (10 जुलाई) को कहा कि जनता का दबाव है कि मनसे और शिवसेना साथ मिलकर चुनाव लड़ें। इंडिया गठबंधन लोकसभा चुनाव के लिए बना था और महा विकास अघाड़ी (एमवीए) विधानसभा चुनाव के लिए बना था। स्थानीय चुनावों में इसकी कोई जरूरत नहीं है।

संजय राउत ने क्या कहा?

संजय राउत ने कहा, “लोगों का मानना ​​है कि महाराष्ट्र के विकास और मराठी मानुष सम्मान के लिए दोनों ठाकरे परिवार को साथ आकर चुनाव लड़ना चाहिए।” शिवसेना यूबीटी के इस बयान पर महाराष्ट्र कांग्रेस की प्रतिक्रिया सामने आई है। महाराष्ट्र कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि मुझे कोई टिप्पणी करने की जरूरत नहीं है। मैं संजय राउत पर कोई टिप्पणी नहीं करूंगा। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, पटोले ने कहा, “मैंने कई बार कहा है कि स्थानीय निकाय चुनाव स्थानीय कार्यकर्ताओं और स्थानीय नेताओं को विश्वास में लेकर लड़े जाते हैं। इसलिए इन चुनावों को इस तरह से नहीं देखा जाना चाहिए।”

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कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चौहान ने क्या कहा?

इससे पहले बुधवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चौहान ने समाचार एजेंसी पीटीआई से कहा था कि अगर कांग्रेस मुंबई और महाराष्ट्र के अन्य नगर निगम चुनावों में अकेले लड़ने का फैसला करती है तो उन्हें आश्चर्य नहीं होगा।

आपको बता दें कि, 5 जुलाई को हिंदी के मुद्दे पर उद्धव ठाकरे और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के अध्यक्ष राज ठाकरे 20 साल बाद एक मंच पर नजर आए थे। इस दौरान उद्धव ठाकरे ने कहा था कि वह चुनाव भी साथ मिलकर लड़ेंगे। शरद पवार की बेटी और एनसीपी सपा सांसद सुप्रिया सुले उनकी पार्टी की ओर से इस मंच पर पहुंचीं। हालांकि, कांग्रेस इससे दूर रही। कांग्रेस राज ठाकरे की आक्रामक शैली के खिलाफ रही है। ऐसे में माना जा रहा है कि कांग्रेस अब निकाय चुनाव अकेले लड़ सकती है। शिवसेना (यूबीटी), एनसीपी (एसपी) और कांग्रेस एमवीए और भारत गठबंधन का हिस्सा हैं।

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