Jammu Kashmir Bedroom Jihadi: भारतीय सेना लगातार जांबाजी से आंतकियों के सफाए में जुटी हुई है। ऑपरेशन सिंदूर, ऑपरेशन महादेव और फिर ऑपरेशन अलख के दौरान सैकड़ों दरिंदे मार गिराए गए। अब इन धूर्तों ने आतंकवाद फैलाने का एक नया तरीका खोज निकाला है, टेररिस्ट की इस नई खेप को ‘बेडरूम जिहादी’ बताया जा रहा है। इन लोगों ने सुरक्षाबलों की नाक में दम कर दिया है। इनका आंतकवाद फैलाने और शांति भंग करने का तरीका इतना कायराना है, जिसे सुनकर हर कोई हैरान रह जाएगा। आगे जानें क्या है ‘बेडरूम जिहादी’ और क्या है इनके काम करने का तरीका?
कौन हैं Bedroom Jihadi?
दरअसल, जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों के सामने ‘बेडरूम जिहादी’ रूपी राक्षस आ खड़ा हुआ है। आम तौर पर आतंकवादियों का सामना करके उन्हें मार गिराना एक चुनौती होता है लेकिन ‘बेडरूम जिहादी’ वो डरपोक राक्षस हैं जो सामने नहीं आते बल्कि घर में छुपकर आंतकवाद फैला रहे हैं। ये नया खतरा सोशल मीडिया से फैल रहा है, जिसके जरिए कई आतंकवादी गलत सूचनाएं फैलाकर घाटी की शांति खा रहे हैं। ‘बेडरूम जिहादी’ पाकिस्तान से कश्मीर तक एक डिजिटल क्रॉस बॉर्डर जाल के जरिए झूठी बातें फैलाते हैं और सांप्रदायिक तनाव भड़काने का काम करते हैं।
क्या है इन Pakistani Terrorist के हथियार?
ऐसे आतंकवादी हथियार के रूप में इंटरनेट, कंप्यूटर और स्मार्टफोन का इस्तेमाल करते हैं। सुरक्षा बलों के मुताबिक ये हैवान प्लानिंग के लिए दौरान वर्चुअल युद्धक्षेत्र जैसे शब्दों का इस्तेमाल करते हैं। ये कायराना काम 2017 से चल रहा था लेकिन धारा 370 हटाए जाने के बाद इनका नेटवर्क खत्म हो गया था, हालांकि ये ‘बेडरूम जिहादी’, विधानसभा चुनावों के बाद अचानक फिर से एक्टिवेट हो गए हैं और पाकिस्तान से लगातार ऑपरेट कर रहे हैं। सुरक्षाबलों के लिए सबके बड़ी चुनौती है नफरत फैलाने वाले इन जहरीले चूहों को बिल से निकलाना। फिर भी नेटवर्क की पहचान लगातार की जा रही है और हजारों संदेहपूर्ण सोशल मीडिया पोस्ट, टिप्पणियों और निजी संदेशों की जांच चल रही है। इस मामले में कई गिरफ्तारियां भी हो चुकी हैं।

