ITV नेटवर्क के दो दिवसीय ‘इंडिया न्यूज़ मंच 2025’ कॉन्क्लेव का आगाज़ आज मंगलवार को दिल्ली के जनपथ स्थित द इंपीरियल होटल में हुआ. इस महत्त्वपूर्ण कॉन्क्लेव में देश भर के जाने-माने राजनीतिक चेहरे कई अहम मुद्दों पर चर्चा करने के लिए एकत्रित हुए हैं. इस अवसर पर भारत के संस्कृति और पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत भी मौजूद रहे, जिन्होंने देश की सांस्कृतिक और विकास की रणनीति पर अपने विचार रखे.
विरासत और विकास पर स्पष्ट रोडमैप
मंत्री शेखावत ने ज़ोर देकर कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार बनने के बाद से ही एक स्पष्ट रोडमैप रहा है. उन्होंने कहा, “हमें अपनी विरासत का संरक्षण करते हुए विकसित होना है. हम अपनी जड़ों के साथ जुड़ते हुए आधुनिक भारत का निर्माण कर रहे हैं.” उन्होंने आगे कहा कि देश में सांस्कृतिक पुनरुद्धार हुआ है और भारत को देखने का नज़रिया बदला है.
राम का मतलब सनातन
शेखावत ने ‘राम’ के संदर्भ में अपनी बात रखते हुए कहा कि राम सिर्फ़ एक संकेत नहीं, बल्कि सनातन का मतलब हैं. उन्होंने सनातन संस्कृति की परिधि में सरकार के काम करने की व्याख्या की, जिसमें राम राज्य, व्यापार का विकास, और लोगों का सर्वांगीण विकास समाहित होता है.
जब उनसे यह आरोप पूछा गया कि सरकार धर्म पर पूरी तरह से केंद्रित है, तो उन्होंने आलोचकों पर तीखी टिप्पणी की. “जो लोग इस तरह की टिप्पणियां करते हैं या इस तरह की सोच रखते हैं, मुझे उनकी सोच की क्षुद्रता पर तरस आता है.”
उन्होंने कहा कि ऐसे टिप्पणीकार धर्म का सही अर्थ नहीं जानते और धर्म तथा पूजा पद्धति के बीच का विभेद नहीं समझते. उनके अनुसार, धर्म और संस्कृति के जुड़ाव को वे लोग महसूस नहीं कर सकते. मंत्री शेखावत ने ऐसी टिप्पणियों पर चर्चा करने को भी समय व्यर्थ करना बताया.