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Hindi Diwas 2025: डिजिटल दुनिया में हिंदी का होगा विस्तार, दुनिया का सबसे बड़ा शब्दकोश हो रहा तैयार

Hindi Diwas ka Mehtav: आज की दुनिया तेजी से डिजिटल हो रही है। इंटरनेट क्रांति के बाद इसमें और भी ज्यादा तेजी आई है। डिजिटल स्पेस को अगर एक विशाल सागर माना जाए तो इसमें हर भाषा और शब्द अपनी लहरों की तरह शामिल हैं। ऐसे माहौल में भारत सरकार हिंदी को मजबूत स्थान दिलाने के लिए बड़े कदम उठा रही है। इसी कड़ी में दुनिया का सबसे बड़ा हिंदी शब्दकोश तैयार किया जा रहा है, जिसे ‘हिंदी शब्द सिंधु’ नाम दिया गया है।

By: Shivi Bajpai | Published: September 13, 2025 6:16:36 PM IST



Hindi Diwas 2025: आज की दुनिया तेजी से डिजिटल हो रही है। इंटरनेट क्रांति के बाद इसमें और भी ज्यादा तेजी आई है। डिजिटल स्पेस को अगर एक विशाल सागर माना जाए तो इसमें हर भाषा और शब्द अपनी लहरों की तरह शामिल हैं। ऐसे माहौल में भारत सरकार हिंदी को मजबूत स्थान दिलाने के लिए बड़े कदम उठा रही है। इसी कड़ी में दुनिया का सबसे बड़ा हिंदी शब्दकोश तैयार किया जा रहा है, जिसे ‘हिंदी शब्द सिंधु’ नाम दिया गया है।

हिंदी शब्द सिंधु: सबसे बड़ा डिजिटल शब्दकोश

वर्ष 2024 में गृह मंत्री अमित शाह ने इस अनोखी परियोजना की घोषणा की थी। सरकार का लक्ष्य है कि साल 2029 तक यह शब्दकोश दुनिया का सबसे बड़ा शब्दकोश बनकर तैयार हो जाएगा। यह पूरी तरह से डिजिटल स्वरूप में उपलब्ध होगा। इसमें हिंदी के लाखों शब्दों को आधुनिक संदर्भ और तकनीकी परिभाषाओं के साथ शामिल किया जाएगा। इसका सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि डिजिटल प्लेटफॉर्म पर हिंदी का प्रयोग और आसान हो जाएगा।

नए टूल्स से हिंदी होगी और सशक्त

शब्दकोश के साथ ही सरकार कई और डिजिटल टूल्स भी विकसित करवा रही है, ताकि हिंदी को तकनीक से जोड़ा जा सके। इनमें प्रमुख है ‘कंठस्थ 2.0’, जो अनुवाद का एक आधुनिक टूल है। इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से वॉयस टाइपिंग और स्मार्ट चैटबॉट जैसी सुविधाएं जोड़ी गई हैं। इससे न सिर्फ सरकारी दफ्तरों में हिंदी कामकाज को सरल बनाएगी बल्कि आम लोग भी तकनीकी कार्यों, कंटेंट निर्माण और अनुवाद में हिंदी का इस्तेमाल आसानी से कर पाएंगे।

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युवाओं के लिए नए अवसर

इन टूल्स के आने से युवाओं के सामने रोजगार और स्किल्स के नए अवसर खुलेंगे। हिंदी टाइपिंग, अनुवाद, कंटेंट राइटिंग और टेक्निकल लेखन जैसे क्षेत्रों में मांग बढ़ेगी। राजभाषा विभाग ने बताया है कि अब हिंदी टाइपिंग और स्टेनोग्राफी की ट्रेनिंग ऑनलाइन उपलब्ध होगी। इससे वे युवा जो हिंदी भाषा और डिजिटल तकनीक में दक्ष होंगे, आने वाले समय में सबसे ज्यादा डिमांड में रहेंगे।

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