10 साल पहले यमुना एक्सप्रेसवे सिर्फ एक ट्रांसपोर्ट रूट माना जाता था लेकिन अभी दिल्ली एनसीआर में तेजी से विकसित हो रहा रियल एस्टेट कॉरिडोर बन चुका है. निवेशक और खरीदार दोनों यहां अपने फ्यूचर में रिटर्न की संभावनाओं को देखकर भरोसा कर रहे हैं, पिछले 5 सालों में अपार्टमेंट और प्लाट की कीमतों में जबरदस्त उछाल आया है. प्लाट की कीमत 500% से अधिक और अपार्टमेंट की कीमत में 158% अधिकतर बढ़ावा हुआ है.
अपार्टमेंट की कीमतों में हो रही है लगातार बढ़ोतरी
यमुना एक्सप्रेसवे पर अपार्टमेंट खरीदना इन्वेस्टमेंट करने वालों के लिए एक बहुत अच्छा ऑप्शन साबित हो रहा है. 2020 में औसत कीमत 3950 रुपए प्रति वर्ग फुट थी जो 2025 में बढ़कर 10,200 रुपए प्रति वर्ग फूट हो गई है. दिल्ली एनसीआर के बाकी के इलाकों में प्रॉपर्टी की कीमतों में कुछ गिरावट देखने को मिली है लेकिन यमुना एक्सप्रेसवे पर इसकी लगातार ग्रोथ हो रही है. साल 2025 में अपार्टमेंट की कीमत में 7.37% की बढ़ोतरी हुई है जो की इन्वेस्टर्स के लिए काफी ज्यादा अच्छी बात मानी जा रही है. Chi 3 जैसे क्षेत्रों में सबसे ज्यादा उछाल देखने को मिला है जहां पर जमीन की कीमतों में लगभग 10 गुना बढ़कर 12950 रुपए प्रति वर्ग फुट हो गई है.
इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स का असर
यमुना एक्सप्रेसवे की ग्रोथ का कारण बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट है इनमें जेवर में बनने वाला नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट सबसे ज्यादा इंपोर्टेंट है, जिसका उद्घाटन 30 अक्टूबर 2025 को होगा। इसके अलावा UER-II एक्सप्रेसवे, YEIDA की इंडस्ट्रियल टाउनशिप, लॉजिस्टिक्स पार्क और बनने वाली फिल्म सिटी ने इस इलाके को रियल एस्टेट का हब बना दिया है.
इन्वेस्टर्स और भविष्य की संभावना है
इनवेस्टोएक्सपर्ट के फाउंडर विशाल रहेजा का कहना है कि “अब एनसीआर के सबसे शानदार रियल एस्टेट कॉरिडोर में से एक यमुना एक्सप्रेसवे बन चुका है, प्लॉट की कीमतों में 5 गुना उछाल ये दिखाता है कि इन्वेस्टर्स का भरोसा कितना मजबूत है. इंडस्ट्रियल क्लस्टर, लॉजिस्टिक्स हब और टाउनशिप के कारण इस क्षेत्र की ग्रोथ केवल बढ़ रही है, बल्कि पूरे NCR के रियल एस्टेट के भविष्य को आकार दे रही है.