Farooq Abdullah on Muslim: जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला ने बड़ा बयान दिया है। नेशनल कॉन्फ्रेंस प्रमुख ने मोहम्मद अली जिन्ना का ज़िक्र करते हुए कहा कि जिन्ना साहब सोचते थे कि कश्मीर एक मुस्लिम देश है, वो हमारे साथ जाएगा – जिन्ना सोचते थे कि कश्मीर कहीं और नहीं जाएगा।
उन्होंने आगे कहा कि आज अगर किसी मुसलमान का खून बहता है तो किसी को फर्क नहीं पड़ता, लेकिन अगर किसी हिंदू का खून बहता है तो कहेंगे अरे ये खून है। पूरा देश उठ खड़ा होगा।
पूर्व सीएम ने ये सभी बातें दिल्ली में जिया उस सलाम और आनंद मिश्रा द्वारा सह-लिखित पुस्तक “द लायन ऑफ नौशेरा” के विमोचन समारोह में कहीं।
‘ऐसे वतन के साथ हाथ मिलाया, जहां हमारे लिए प्यार ही नहीं’
फ़ारूक़ अब्दुल्ला ने आगे कहा कि “हमने एक ऐसे देश से हाथ मिला लिया है जिसके मन में हमारे लिए न प्यार है, न स्नेह, न लिहाज़। अंग्रेजों का ज़िक्र करते हुए पूर्व सीएम ने कहा कि अंग्रेजों ने उस समय यही किया था। अगर हिंदू राजा हो और ज़्यादातर लोग मुसलमान हों, तो लोगों को ख़ुद तय करना होगा कि उन्हें कहाँ जाना है। जैसा जूनागढ़ में हुआ। जैसा हैदराबाद में हुआ।”
‘लोगों ने चुनी हुकूमत, लेकिन ताकत एलजी के पास’
मोदी सरकार पर तंज कसते हुए नेशनल कॉन्फ्रेंस के चीफ ने कहा कि आज लोगों ने हुकूमत (जम्मू-कश्मीर में) चुनी है लेकिन ताकत किसके पास है? लेफ्टिनेंट गवर्नर के पास है।”
असल में जम्मू-कश्मीर के 25 किताबों को बैन करने के फैसले से नेशनल कॉन्फ्रेंस काफी भड़की हुई है। किताबों को बैन करने पर फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि, “वो कश्मीर की तारीख के बारे में कहते थे। ये भी ये बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं।”
इसके अलावा, फारूक अब्दुल्ला की पार्टी मोदी सरकार से जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा देने की भी मांग कर रही है। फारूक अब्दुल्ला ने गुरुवार (7 अगस्त) को इंडिया अलायंस की बैठक में भी यह मुद्दा उठाया।

