भारत में कई अलग-अलग राज्य हैं, और हर राज्य की अपनी एक अलग खासियत होती है। ऐसे ही उत्तर प्रदेश का एक जिला है, जिसका नाम है एटा। अगर हम इस जिले की बात करें, तो इसका एक लंबा इतिहास है और यह सांस्कृतिक रूप से एक समृद्ध जिला माना जाता है। यह शहर न केवल अपनी परंपरा और ऐतिहासिक महत्व के लिए जाना जाता है, बल्कि अपने नाम की विशेषता के लिए भी पूरे देश में एक अनोखी पहचान रखता है।
एटा
एटा भारत का ऐसा इकलौता शहर है जिसका नाम “पलिंड्रोम” है, यानी ऐसा शब्द जो उल्टा और सीधा दोनों तरह से पढ़ने पर एक जैसा ही लगता है।तो चलिए जानते हैं कि भारत में और कितने ऐसे शहर हैं, जिनका नाम उल्टा लिखो या सीधा, लेकिन उसका उच्चारण या पहचान नहीं बदलती।
नासिक
महाराष्ट्र का प्रमुख शहर नासिक अपने धार्मिक महत्व के लिए जाना जाता है। कहा जाता है कि रामायण काल में भगवान लक्ष्मण ने यहां शूर्पणखा की नाक काटी थी, इसलिए इस स्थान को “नासिक” कहा जाने लगा, जिसका अर्थ होता है नाक। इस शहर का नाम सीधे-सीधे पौराणिक इतिहास से जुड़ा हुआ है, और यही इसकी खास बात है।
कोडाइकनाल
कोडाइकनाल, तमिलनाडु का एक प्रसिद्ध हिल स्टेशन है। इस नाम का अर्थ है “जंगलों का उपहार”। यह शहर जितना नाम से अलग है, उतना ही सुंदर और रहस्यमयी भी है। इसकी प्राकृतिक सुंदरता, ठंडी जलवायु और शांति इसे भारत के सबसे सुंदर हिल स्टेशनों में से एक बनाते हैं।
इटानगर
अरुणाचल प्रदेश की राजधानी इटानगर नाम दो शब्दों से मिलकर बना है “इटा” जिसका मतलब होता है “ईंट” और “नगर” यानी “शहर”। इसका मतलब हुआ “ईंटों का शहर”। यहाँ एक ऐतिहासिक किला भी है जिसे “इटा फोर्ट” कहा जाता है। नाम की यह विशेषता इसे इतिहास से जोड़ती है।