India Top 5 Fighter Jet: दुबई एयर शो में फ्लाइंग डेमोंस्ट्रेशन के दौरान शुक्रवार दोपहर (21 नवंबर, 2025) को एक तेजस फाइटर जेट क्रैश हो गया. जिसके बाद अल मकतूम इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर घने काले धुएं के गुबार छा गए और काफी भीड़ देख रही थी. जानकारी सामने आ रही है कि इस एयरक्राफ्ट को हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) द्वारा निर्मित किया गया है. जो एक सिंगल-सीट लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (LCA) है. स्थानीय समय के अनुसार दोपहर करीब 2:10 बजे क्रैश हुआ. ऐसे में आज चर्चा करेंगे कि भारत के पास कौन-कौन से फाइटर जेट हैं. आपको बतातें चलें कि ताकतवर एयरक्राफ्ट ही देश की हवाई ताकत और डिफेंस की बढ़त तय करती हैं.
सुखोई Su-30MKI (Sukhoi Su-30MKI)
हमारी लिस्ट में पहला एयरक्राफ्ट सुखोई Su-30MKI है, जो भारत का मुख्य एयर सुपीरियोरिटी फाइटर बना हुआ है. हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) के लाइसेंस के तहत बनाया गया यह थ्रस्ट-वेक्टरिंग इंजन, लंबी दूरी के रडार और इंटीग्रेटेड ब्रह्मोस मिसाइलों से लैस है. Mach 2.0 तक की स्पीड में सक्षम यह एक साथ कई टारगेट पर निशाना साध सकता है. IAF की ऑफिशियल रिपोर्ट के अनुसार, 270 से ज्यादा Su-30MKI ऑपरेशनल हैं. वर्तमान समय में जो सबसे ज्यादा ऑपरेशनल है.
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डसॉल्ट राफेल (Dassault Rafale)
राफेल की बात करें तो ये IAF के सबसे एडवांस्ड मल्टीरोल जेट में से एक है. हाई-एंड रडार सिस्टम, स्टेल्थ डिज़ाइन और लंबी दूरी के हथियार की क्षमता के साथ, यह डीप स्ट्राइक और एयर सुपीरियोरिटी मिशन दोनों कर सकता है. डिफेंस मिनिस्ट्री के मुताबिक, 36 राफेल फ्लीट का हिस्सा हैं, जो ज़्यादातर उत्तरी बॉर्डर पर अंबाला और हाशिमारा बेस पर तैनात हैं.
HAL तेजस (HAL Tejas)
HAL तेजस की बात करें तो यह लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (LCA) भारत की आत्मनिर्भरता की यात्रा में एक बड़ा कदम है. HAL और DRDO द्वारा डेवलप किया गया तेजस Mach 1.6 की स्पीड तक पहुंच सकता है और इसकी रेंज 1,850 km है. तेजस Mk1A वेरिएंट में बेहतर रडार और इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर सिस्टम हैं. डिफेंस एक्विजिशन काउंसिल (2025) की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत ने IAF की स्वदेशी क्षमता को मजबूत करने के लिए 97 और यूनिट्स का ऑर्डर दिया है.
MiG-29 UPG
MiG-29 UPG (अपग्रेडेड) भारत के भरोसेमंद एयर डिफेंस जेट के तौर पर काम करता है. हाल ही में एडवांस्ड रडार और इन-फ्लाइट रिफ्यूलिंग कैपेबिलिटी के साथ मॉडर्नाइज़ किया गया, यह Mach 2.25 तक पहुंच सकता है और लंबी दूरी पर टारगेट को भेद सकता है. रूस का होने के बावजूद इसे अपग्रेड प्रोग्राम में भारत में बने सिस्टम जोड़े गए हैं. ये एयरक्राफ्ट क्विक-रिस्पॉन्स मिशन के लिए पश्चिमी बॉर्डर पर तैनात हैं.
मिराज 2000 (Mirage 2000)
अपनी सटीकता और भरोसे के लिए जाने जाने वाले मिराज 2000 ने IAF को खास सेवा दी है, खासकर पिछली लड़ाइयों में. यह Mach 2.2 से ज़्यादा स्पीड पकड़ सकता है और सटीक गाइडेड हथियार ले जा सकता है. IAF के डेटा के मुताबिक, अपग्रेडेड मिराज 2000 अभी भी एक्टिव सर्विस में हैं और उम्मीद है कि ये कई और सालों तक फ्रंटलाइन मल्टीरोल एयरक्राफ्ट के तौर पर काम करेंगे.
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