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6 दिसंबर को दिल्ली को दहलाने की थी तैयारी, लालकिला ब्लास्ट वाली कार चला रहे आतंकी ने किया अब तक सबसे बड़ा चौंकाने वाला खुलासा

दिल्ली में लालकिले के पास हुए धमाके में अब एक चौंकाने वाला खुलासा सामने आया है. जहां, धमाके वाली कार को चला रहा डॉ उमर नबी के बारे में अधिकारियों ने एक नया खुलासा किया है.

By: DARSHNA DEEP | Last Updated: November 12, 2025 8:14:40 PM IST



New Update On Delhi Blast Case: सोमवार को देश की राजधानी दिल्ली में हुए धमाके से पूरी दिल्ली दहली हुई है. इस ब्लास्ट के मामले में रोज-रोज चौंकाने वाले मामले सामने आए हैं. एक ही ऐसा ही हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां अधिकारियों ने बताया कि फरीदाबाद के अल फलाह विश्वविद्यालय में पढ़ाने वाले डॉ. मुजम्मिल अहमद गनई उर्फ ​​मुसैब के कमरे से 360 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट बरामद होने के बाद उमर नबी की योजना पूरी तरह से नाकाम हो गई है. 

पुलिस अधिकारियों ने क्या दी जानकारी ? 

दिल्ली में लालकिला मेट्रो स्टेशन के पास सोमवार को हुए ब्लास्ट के दौरान उस धमाके वाली कार को चला रहा डॉ.उमर नबी के बारे में बुधवार को अधिकारियों ने बेहद ही चौंकाने वाला एक नया खुलासा किया है. जिसपर उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि उमर नबी ने आगामी 6 दिसंबर को बाबरी मस्जिद विध्वंस की बरसी के आसपास शहर में एक शक्तिशाली विस्फोट की खौफनाक योजना बनाई थी और इस बारे में उसने अपने साथियों को भी बताया था.

अधिकारियों ने आगे बताते हुए कहा कि उमर कश्मीर, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में फैले आतंकी नेटवर्क का एक अहम हिस्सा बनकर उभरना चाहता था. साथ ही उन्होंने यह भी खुलासा करते हुए कहा कि आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (JEM) के फरीदाबाद स्थित अंतरराज्यीय व्हाइट कॉलर टेरर मॉडयूल से संबंध रखने के आरोप में गिरफ्तार आठ आरोपियों के परिजनों, दोस्तों और पड़ोसियों से सख्ती से पूछताछ के दौरान मिली जानकारी के आधार पर ही किया गया है.  

डॉ.उमर नबी के पास से क्या-क्या हुआ बरामद ? 

अधिकारियों ने आगे बताते हुए कहा कि हरियाणा के फरीदाबाद के अल फलाह विश्वविद्यालय में पढ़ाने वाले डॉ. मुजम्मिल अहमद गनई उर्फ ​​मुसैब के कमरे से 360 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट बरामद होने के बाद उमर नबी की योजना अब पूरी तरह से नाकाम हो गई है,  जिसके बाद वह घबरा गया था और उसने जल्दबाजी में लालकिला पर बिना कोई योजना बनाए धमाके की खौफनाक वारदात को अंजाम दिया था. 

डॉ मुज़म्मिल गनई के साथ तुर्किये की यात्रा पर गया था नबी

28 साल का उमर नबी दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले का रहने वाला था. वह अकेला रहता था और उसका शैक्षणिक रिकॉर्ड (Academic Record) भी कफी ज्यादा अच्छा था. अधिकारियों के मुताबिक उसके बारे में माना जा रहा है कि वह 10 नवंबर को लाल किले पर हुए कार विस्फोट में मारे गए कुल 12 लोगों में से एक है. साथ ही उन्होंने दावा करते हुए कहा कि उमर साल साल 2021 में डॉ मुज़म्मिल गनई के साथ तुर्किये की यात्रा पर भी गया था.

इसके अलावा उन्होंने आगे जानकारी देते हुए कहा कि गनई वही डॉक्टर है जो कि विस्फोटक सामग्री की बरामदगी को लेकर जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए आठ लोगों में से सबसे पहला था. अधिकारियों के मुताबिक, तुर्कीये से आने के बाद उसके अंदर नाटकीय बदलाव देखने को मिला था. ऐसा माना जा रहा है कि इस यात्रा के दौरान दोनों की मुलाकात प्रतिबंधित जैश-ए-मोहम्मद के सक्रिय कार्यकर्ताओं से भी हुई होगी. 

तुर्किये से आने के बाद उमर ने बनाया था विस्फोटक सामग्री 

तुर्किये से वापस आने के बाद उमर ने कथित तौर पर गनई के साथ मिलकर अमोनियम नाइट्रेट, पोटेशियम नाइट्रेट और सल्फर सहित अन्य विस्फोटक सामग्री इकट्ठा करना शुरू कर दिया था और उन्हें अल फलाह परिसर में और उसके अलावा वह उन्हें आसपास जमा करने का भी काम करता था. इन सबके अलावा वह हरियाणा के फरीदाबाद के अल फलाह परिसर में उच्च शिक्षा भी हासिल कर रहा था. 

उमर ने आतंकी योजना के बारे में दूसरों को दी थी जानकारी ? 

अधिकारियों के आगे जानकारी देते हुए बताया कि उमर ने दिसंबर में अपनी आतंकी योजना के बारे में दूसरों को बताया और 10 नवंबर को अपनी हुंडई i-20 गाड़ी में विस्फोटक रखकर उसकी तैयारी करना शुरू कर दिया था. हांलाकि, अधिकारियों का यह भी कहना है कि वह इंटरनेट पर मौजूद खुले स्रोतों से वाहन-आधारित इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (VBIED) के निर्माण और विस्फोट सर्किट के बारे में जानकारी लेने के बाद उसे असेंबल करने की भी पूरी तरह से कोशिश करता रहता था. 

अधिकारियों ने बताया कि उमर 10 नवंबर को उस समय घबरा गया होगा जब फरीदाबाद के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने टेलीविजन पर घोषणा करते हुए कहा कि फरीदाबाद में 2 हजार 900 किलोग्राम विस्फोटक बरामद करके एक आतंकी मॉड्यूल का पर्दाफाश किया गया है. साथ ही उन्होंने कहा कि इस 2 हजार 900 किलोग्राम विस्फोटक में गनई के किराए के मकान से बरामद 360 किलोग्राम ज्वलनशील पदार्थ भी शामिल था.

हमले के बाद पुलिस ने क्या-क्या दी जानकारी ? 

पुलिस ने इस मामले में जानकारी देते हुए बताया कि गिरफ्तार किए गए आठ लोगों में से सात कश्मीर के हैं. ये हैं श्रीनगर के नौगाम से आरिफ निसार डार उर्फ ​​साहिल, यासिर-उल-अशरफ और मकसूद अहमद डार उर्फ ​​शाहिद, शोपियां से मौलवी इरफान अहमद, गंदेरबल के वाकुरा इलाके से जमीर अहमद अहंगर उर्फ ​​मुतलाशा, पुलवामा के कोइल इलाके से डॉ. मुज़म्मिल अहमद गनई उर्फ ​​मुसैब और कुलगाम के वानपोरा इलाके से डॉ. अदील. लेकिन डॉ. शाहीन सईद उत्तर प्रदेश की लखनऊ की रहने वाली है. 

अधिकारियों को है शक दोस्तों से मिलने गया था उमर ?

26 अक्टूबर को, उमर कश्मीर गया था और फरीदाबाद लौटने से पहले उसने अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ उसने कुछ समय बिताया. जिसपर अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि इस यात्रा के दौरान, उसने अपने करीबी रिश्तेदारों और दोस्तों से कहा था कि वह अगले तीन महीनों तक उपलब्ध नहीं रह पाएगा. साथ ही उन्होंने आगे कहा कि बहुत ज्यादा संभव है कि वह VBIED लगाना चाहता था और फिर कुछ समय के लिए गायब हो जाना चाहता था.

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