CRPF On Rahul Gandhi: कांग्रेस नेता राहुल गांधी एक बार फिर से अपने विदेशी दौरों को लेकर सुर्खियों में है. असल में कांग्रेस नेता को सुरक्षा देने वाली केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) ने उनके अनशेड्यूल्ड विदेश दौरों को लेकर आपत्ति जताई है. सीआरपीएफ की तरफ से इसको लेकर उन्हें एक पत्र भी लिखा गया है. सीआरपीएफ के वीवीआईपी सुरक्षा प्रमुख द्वारा भेजे गए इस पत्र में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को भी चिह्नित किया गया है.
10 सितंबर को लिखे गए पत्र में, सीआरपीएफ अधिकारी ने कहा कि राहुल गांधी अपनी “अनशेड्यूल्ड विदेश यात्राओं” के माध्यम से वीवीआईपी सुरक्षा प्राप्त लोगों के लिए निर्धारित सुरक्षा प्रोटोकॉल का उल्लंघन कर रहे हैं. वीवीआईपी सुरक्षा प्रमुख ने अपनी सुरक्षा के प्रति कांग्रेस नेता के रवैये पर भी चिंता जताई और कहा कि वह नियमों को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं.
राहुल गांधी को मिली हुई है जेड-प्लस सुरक्षा
55 वर्षीय राहुल गांधी भारत में सबसे ज्यादा खतरे की आशंका वाले नेताओं में से एक थे और उन्हें गृह मंत्रालय द्वारा एएसएल सुरक्षा कवर के साथ जेड-प्लस सुरक्षा प्रदान की गई थी. केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल ने पत्र में राहुल गांधी की छह विदेश यात्राओं का भी जिक्र किया गया है. इस महीने की शुरुआत में, कांग्रेस सांसद को मलेशिया के पर्यटन स्थल लंगकावी में अपनी सुरक्षा टीम के बिना छुट्टियां मनाते देखा गया था.
बिहार में राहुल गांधी की सुरक्षा में सेंध
पिछले महीने, अगस्त में बिहार में अपनी ‘मतदाता अधिकार यात्रा’ के दौरान एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा अचानक गांधी को कसकर गले लगाने और उनके कंधे पर चुंबन लेने के बाद चिंताएं पैदा हो गई थीं. इस घटना से राहुल गांधी एक पल के लिए स्तब्ध रह गए थे.
यह घटना पूर्णिया जिले में हुई, जहां से गांधी मोटरसाइकिल पर सवार होकर अपने दिन के अंतिम पड़ाव अररिया के लिए रवाना हुए. राजद नेता तेजस्वी यादव सहित सैकड़ों बाइक सवार गांधी के साथ-साथ चल रहे थे, तभी गहरे रंग की पतलून और शर्ट पहने एक युवक ने स्नेह का स्पष्ट प्रदर्शन किया.
लोकसभा में विपक्ष के नेता (एलओपी) जब अपने दोपहिया वाहन को संतुलित रखने के लिए संघर्ष कर रहे थे, तभी सुरक्षाकर्मी घुसपैठिए पर टूट पड़े, जिसे थप्पड़ मारकर किनारे कर दिया गया.
राजनाथ सिंह ने उठाए थे सवाल
2017 में, तत्कालीन गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने भी राहुल गांधी द्वारा अपनी विदेश यात्राओं के दौरान सुरक्षा भंग करने की बात कही थी. राजनाथ सिंह ने पूछा, “पिछले दो वर्षों में, राहुल गांधी 6 विदेशी दौरों पर 72 दिनों के लिए बाहर रहे, लेकिन उन्होंने एसपीजी सुरक्षा नहीं ली. उन्होंने एसपीजी सुरक्षा क्यों नहीं ली?”

